नई दिल्ली: दिल्ली की वायु गुणवत्ता हवा की रफ्तार कम होने के कारण शुक्रवार को ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ गई। हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि आगामी कुछ दिनों में बारिश होने के कारण प्रदूषण स्तर कम हो सकता है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, शहर का कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 348 आंका गया जो ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में आता है। गौरतलब है कि 100 से 200 के बीच एक्यूआई को ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ जबकि 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। सीपीसीबी ने बताया कि मुंडका, आईटीओ और नेहरू नगर में वायु की गुणवत्ता ‘गंभीर’ जबकि 30 इलाकों में वायु की गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ और चार इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ दर्ज की गयी।
इसमें बताया गया है कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) गाजियाबाद, फरीदाबाद और नोएडा की वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ जबकि गुडगांव की वायु गुणवत्ता ‘खराब’ दर्ज की गई। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में हवा में अतिसूक्ष्म कणों-पीएम 2.5 का स्तर 247 दर्ज किया गया जबकि पीएम 10 का स्तर 396 रहा। केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने बताया कि अगले दो दिनों में बारिश होने की संभावना है और इससे वायु की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है। बुधवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता ‘खराब’ दर्ज की गई थी और बृहस्पतिवार को हवा की रफ्तार तेज होने के कारण हवा साफ होने में मदद मिली।