दिल्ली: आयुष्मान की गुगली के जरिये विपक्षी दलों को आउट करने की नीयत के साथ भाजपा दिल्ली की चुनावी पिच पर उतरने जा रही है। भले ही पार्टी के अब तक सातों दावेदार घोषित न हुए हों, लेकिन पार्टी हाईकमान ने ऐसी दोहरी नीति तैयार की है, जिसके जरिये कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की गिल्लियां उड़ाई जा सकें। चुनावी मुकाबले में जहां आप पार्टी पूर्ण राज्य और कांग्रेस गरीबी से न्याय दिलाने की दावा कर रही है। वहीं भाजपा ने इनके जवाब में आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री आवास योजना और गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण न मिलने को हथियार बनाया है।
पहली बार सोमवार को मैदान में दिखाई देनी वाली भाजपा पूरे सप्ताह 13 हजार से ज्यादा बूथ पर आयुष्मान मार्च निकालने जा रही है। अभियान को कामयाब बनाने के लिए पिछले दिनों दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पार्टी प्रदेश कार्यालय पर बैठक में विशेष जिम्मेदारियां भी सौंपी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि, अभियान के दौरान केंद्र की उन सभी योजनाओं के बारे में बताया जाएगा, जिन्हें दिल्ली सरकार ने लागू नहीं किया। लेकिन इनमें आयुष्मान भारत एकमात्र ऐसी योजना है, जिसका प्रभाव पूरे देश में सर्वाधिक देखने को मिला है। योजना लागू होने के महज छह माह में ही लाखों परिवारों को निशुल्क उपचार का लाभ मिल चुका है। सूत्र ये भी कहते हैं कि आयुष्मान भारत के जरिए भाजपा सीधे लोगों से जुड़ सकती है। इसीलिए उन्होंने अभियान का नाम आयुष्मान मार्च रखा है।
इन योजनाओं के जरिए भाजपा का दावा :
– आयुष्मान भारत के जरिए देश में 18,35,277 मरीजों को मिला निशुल्क इलाज।
– 3.5 करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों को मिला प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ।
– 1 फरवरी से गरीब सवर्णसों को 10 फीसदी का आरक्षण, नौकरियों में मदद।