दिल्ली: दिल्ली की सातों सीटों के लिए लोकसभा चुनाव का प्रचार का शोर शुक्रवार शाम छह बजे थम जाएगा। रैली, रोड शो, नुक्कड़ सभाओं पर रोक लगने से शनिवार को प्रत्याशी डोर टू डोर या सोशल मीडिया के जरिए ही प्रचार कर सकेंगे। इसके मद्देनजर शुक्रवार को दिन में सभी पार्टियां अपने अपने प्रत्याशियों के समर्थन के लिए पुरजोर ताकत झोंक देगी। इसके बाद राजनीतिक पार्टियां अगली रणनीति पर फोकस करेंगी। भाजपा के ही वरिष्ठ नेताओं की मानें तो प्रचार पर रोक के बाद सोशल मीडिया के अलावा बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की जाएगी।
बैठक में हरेक मतदाता को पोलिंग बूथ तक पहुंचाने के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियां भी दी जाएंगी। यही नहीं दिल्ली के सभी बूथों की जानकारी एकत्रित करने के बाद वाहन इत्यादि का प्रबंधन भी किया जाएगा। ये सभी तैयारियां शनिवार को होना तय है। वहीं शनिवार शाम को दिल्ली के सभी प्रत्याशियों के साथ एक अहम बैठक होगी, जिसमें अब तक की स्थिति को लेकर समीक्षा की जाएगी। उधर सूत्रों की मानें तो चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद भी सियासी गलियारों में संपर्क बरकरार रहता है। चुनाव प्रचार का आखिरी दिन होने के कारण आप, कांग्रेस और भाजपा की ओर से शुक्रवार को दिनभर अलग अलग क्षेत्रों में मेगा रोड शो कराए जाएंगे।
भाजपा से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम दिल्ली की बात करें तो प्रवेश सिंह वर्मा नजफगढ़ से सुभाष नगर पैसिफिक मॉल तक मेगा रोड शो करने जा रहे हैं। पूर्वी दिल्ली में गौतम गंभीर तो उत्तर पूर्वी में मनोज तिवारी का मेगा रोड शो भी है। उत्तर पूर्वी क्षेत्र में बसपा सुप्रीमो मायावती की जनसभा भी होने जा रही है। भाजपा की ओर से भी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की जनसभा आयोजित की जाएगी। ऐसे में सड़कों पर आवागमन को लेकर वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जानकारों की मानें तो 10 मई का दिन सभी पार्टियों के लिए काफी अहम है। इसके बाद महज एक दिन ही चुनाव को लेकर रणनीति का शेष रहेगा।