लखनऊ : दिल्ली पुलिस ने लाल चंदन की तस्करी करने वाले एक अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस गिरोह के लोग दक्षिणी राज्यों से चंदन लाते थे और फिर उत्तर भारत के कई राज्यों में सप्लाई करते थे. भारी मात्रा में लाल चंदन की लकड़ी के साथ 3 लोग गिरफ्तार किए गए हैं. लाल चंदन की ये लकड़ी बेशकीमती है. इसकी खरीद फरोख्त सरकारी निगरानी में ही होती है, लेकिन चंदन तस्कर बड़े पैमाने पर इसकी तस्करी कर रहे हैं. दिल्ली में तस्करी कर लाई गयी करीब साढ़े 4 सौ किलो लकड़ी पकड़ी गई, जो ट्रक में लाई जा रही थी. इस लकड़ी की कीमत भारत के बाजार में करीब 1 करोड़ 20 लाख, जबकि चीन में 4 करोड़ 20 लाख बताई जा रही है. ये चंदन बेंगलुरु से दिल्ली लाया गया था. पुलिस से बचने के लिए तस्कर ये खास तरीका अपनाते थे.
डीसीपी क्राइम गापाल नाइक ने बताया कि ये लोग ट्रक में ऊपर और नीचे खुशबूदार अगरबत्ती रख देते थे और बीच में चंदन कंसील कर देते थे. पुलिस ने लाल चंदन की लकड़ी की इस खेप के साथ 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. पहला नीरज सहगल जिसका काम था बाहर से तस्करी कर लाए गए चंदन को दिल्ली और एनसीआर में ठिकाने लगवाना. दूसरा रवींद्र जो ट्रांसपोर्टर है और इसको हर खेप पर 40 हज़ार रुपये कमीशन मिलता था, जबकि तीसरा किशन जो ट्रक का ड्राइवर है. किशन को हर खेप में 20 हज़ार का कमीशन मिलता था. तस्करों का ये गैंग 2 साल से काम कर रहा था. अब इस गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश की जा रही है.
डीसीपी क्राइम गोपाल नाइक ने बताया कि इस गैंग में कुछ और लोग हैं और कुछ और लकड़ी मिले उसकी हम तलाश कर रहे हैं. पुलिस के मुताबिक इन लोगों ने दिल्ली और एनसीआर में कई गोडाउन भी किराए पर लिए हुए थे जहां ये लाल चंदन रखते थे. पुलिस मामले की जांच कर रही है.