नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान को दाऊद इब्राहिम, मसूद अजहर और हाफिज सईद को भारत को सौंपना चाहिए. उन्होंने कहा है कि यदि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भारतीए पीएम से दोस्ती जता रहे हैं तो उन्हें यह करना चाहिए. भोपाल सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहे पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किए जाने पर कहा है कि ‘सिर्फ घोषणा से क्या होता है,
जब पाकिस्तान के पीएम, पीएम मोदी जी के साथ दोस्ती जता रहे हैं तो दाऊद इब्राहिम, मसूद अजहर और हाफिज सईद को तत्काल भारत को सौंप देना चाहिए.’ दिग्विजय सिंह की पार्टी कांग्रेस ने जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के संयुक्त राष्ट्र के कदम का स्वागत किया है. हालांकि कांग्रेस ने यूएन की रिपोर्ट में पुलवामा और जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधि में अजहर की भूमिका का जिक्र नहीं होने पर निराशा भी जाहिर की है. कांग्रेस ने कहा कि उन्हें मोदी सरकार से उम्मीद थी कि वह चीन के साथ इस मामले में तेज गति से काम करेंगे क्योंकि ऐसा होता तो पुलवामा जैसे आतंकी हमलों को रोका जा सकता था और कई जानें बच सकती थी.
मोदी सरकार को अब अजहर के सिर पर इनाम की घोषणा के लिए आगे बढ़ना चाहिए जैसा कि यूपीए सरकार ने मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ता हाफिज सईद के साथ किया था. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक बयान में कहा कि ‘देर से ही सही’ अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित करना एक स्वागत योग्य कदम है और भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर कृतसंकल्प है और पूरा देश इस खतरे से निपटने के लिए एकजुट है. सुरेजवाला ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को अब मसूद अजहर की संपत्तियों और वित्तपोषण को अपने कब्जे में कर लेना चाहिए. कांग्रेस ने मांग की कि मोदी सरकार को जैश-ए-मोहम्मद पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए काम करना चाहिेए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जैश के अन्य आतंकवादियों को भी इसी तरह काली सूची में डाला जाए.