नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 में मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भोपाल सीट से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. बीजेपी के इस फैसले पर विपक्ष जहां एक तरफ हमलावर है, वहीं बीजेपी अपने फैसले के बचाव में है. पीएम मोदी ने भोपाल लोकसभा सीट से मालेगांव विस्फोट की आरोपी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को टिकट देने के फैसले का भी बचाव किया और कहा कि वह उन लोगों के लिए ‘प्रतीक’ हैं जिन्होंने हिन्दुओं को आतंकवादी बताया था. पीएम मोदी ने कहा कि प्रज्ञा वहां कांग्रेस को कड़ी चुनौती देंगी. प्रज्ञा ठाकुर को मध्य प्रदेश की भोपाल सीट से कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा गया है.
प्रधानमंत्री ने भगवा आतंक संबंधी टिप्पणियों को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘(प्रज्ञा को उतारने का) फैसला उन लोगों को करारा जवाब है जिन्होंने पूरे धर्म और संस्कृति को आतंक से जोड़ा. पीएम मोदी ने ये बातें कहीं. इससे पहले मुम्बई में 26/11 के आतंकी हमले में शहीद हुए पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे के बारे में दिये गये अपने विवादित बयान पर चारों ओर से आलोचना से घिरने के बाद मालेगांव बम विस्फोट मामले में आरोपी और भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने शुक्रवार शाम को खुले मंच से माफी मांगते हुए अपना बयान वापस ले लिया.
भोपाल से 45 किलोमीटर दूर बैरसिया में मंच से साध्वी ने अपना विवादित बयान वापस लेते हुए इसके लिये क्षमा मांगी है. साध्वी की सहयोगी उपमा ने कहा कि साध्वी के बयान वापस लेने के सवाल पर उनके हवाले से कहा हां, उन्होंने (साध्वी प्रज्ञा) कहा, ‘क्योंकि मैं (प्रज्ञा) किसी समय इमोशनल (भावुक) हो गयी थी. मैं (प्रज्ञा) रो रही थी. इसलिये मेरे (प्रज्ञा के) मुख से जो निकला, उसके लिये क्षमा मांगती हूं. इससे एक दिन पहले बृहस्पतिवार शाम को भोपाल उत्तर विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक में मुम्बई एटीएस के तत्कालीन प्रमुख हेमंत करकरे पर यातना देने का आरोप लगाते हुए प्रज्ञा ने कहा था,
‘मैंने उन्हें (करकरे) सर्वनाश होने का शाप दिया था और इसके सवा माह बाद आतंकवादियों ने उन्हें मार दिया.’ प्रज्ञा के इस बयान के बाद शुक्रवार को साध्वी के प्रतिद्वंदी कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने शहीदों के बारे में विवादित बयान नहीं देने की सलाह दी जबकि भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों के संगठन आईपीएस एसोसिएशन ने साध्वी के बयान की निंदा की. उनके इस बयान की निंदा करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘हेमंत करकरे ने भारत की रक्षा करते हुए अपना जीवन बलिदान कर दिया. उनका सम्मान किया जाना चाहिए.’ साध्वी प्रज्ञा के अपने दल भाजपा ने उनके बयान से दूरी बनाते हुए कहा कि यह उनकी निजी राय है जो सालों तक उन्हें मिली शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना की वजह से हो सकती है.