हरिद्वार : हरिद्वार में दहेज में जेवरात, नगदी न मिलने से खफा ससुराल पक्ष ने विवाहिता को बुरी तरह पीटकर अधमरा कर जंगल में फेंक दिया। कई घंटों होश में आने के बाद पीड़िता ने जंगल से निकलकर अपनी जान बचाई। पीड़िता की शिकायत पर हरिद्वार कोतवाली पुलिस ने पति, सास और ननद के खिलाफ हत्या की कोशिश समेत प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। खड़खड़ी क्षेत्र की नई बस्ती, रामगढ़ की रहने वाली अंजलि कश्यप पुत्री जगदीश कश्यप का विवाह गंगा टॉकीज के पास रहने वाले विजय वर्मा से हुआ था। आरोप है कि दहेज में जेवरात और नगदी न लाने पर पिछले साल भी ससुराल पक्ष ने उसे पीटा था। विवाहिता ने जब इसकी शिकायत हेल्प लाइन में की थी तो ससुराल पक्ष ने ऐसा न करने की बात कही थी। आरोप है कि बीती आठ सितंबर की रात को विवाहिता से एक बार फिर जेवरात और नगदी की मांग की गई। विवाहिता के इनकार पर ससुराल वालों ने उसे रात भर बुरी तरह पीटा। जब वह बेहोश हो गई तो उसे मरा समझकर पास में ही जंगल में ले जाकर फेंक दिया गया। कुछ घंटों बाद होश में आने पर पीड़िता ने अपने मायके में संपर्क साधकर आपबीती बताई। कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर पति, ननद ममता उर्फ गुड़िया और सास कृष्णा देवी के खिलाफ प्रभावी धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
दहेज में मुंहमांगी चीजें न मिलने से नाराज ससुराल पक्ष ने बहु को बुरी तरह पीटा, मरा समझकर जंगल में फेंका
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