नई दिल्ली: केरल में भाकपा के दलित विधायक के धरने के विरोध में प्रदर्शन के दौरान युवा कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा कथित प्रतीकात्मक ‘शुद्धिकरण कार्यक्रम’ पर विवाद खड़ा हो गया है. विधायक ने इसे जातिवादी करार देते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करायी. राज्य के मंत्रियों ने भी युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की निंदा की और कहा कि ऐसे कृत्य स्वीकार नहीं किये जा सकते हैं. त्रिशूर के समीप चेरप्पू में शनिवार को नत्तिका की विधायक गीता गोपी इलाके में सड़क की ‘खराब दशा’ के विरूद्ध लोक निर्माण विभाग के इंजीनियर के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी थीं.
उनके विरोध में युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मार्च निकाला और आरोप लगाया कि धरना लोगों को ‘बेवकूफ’ बनाने की हरकत है. जहां पर गीता धरने पर बैठी थीं, वहां युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने प्रतीकात्मक शुद्धिकरण के तौर पर गाय के गोबर मिश्रित पानी का छिड़काव भी किया. विधायक ने आरोप लगाया कि यह कार्यक्रम जातिवादी था और उन्होंने रविवार को पुलिस में शिकायत दर्ज करायी. केरल के संस्कृति मंत्री ए के बलान ने कहा, ‘ऐसी हरकतें आम तौर पर उत्तरी भारत में देखने को मिलती है. इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता.’ स्वास्थ्य मंत्री के के श्यालजा ने भी इस घटना की निंदा की.