रांची: दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस यूनियन के अध्यक्ष दिनेश भगत की मंगलवार की रात मौर्य एक्सप्रेस ट्रेन से कटकर मौत हो गयी. उनका शव वाशिंग लाइन हटिया में देर रात मिला. वह मेकेनिकल डिपार्टमेंट में टेक्नीशियन वन के पद पर कार्यरत थे. रेलवे ने दिनेश भगत की मौत की जांच के आदेश दे दिये हैं. रेलवे की सभी यूनियनों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.बताया जाता है कि दिनेश भगत की ड्यूटी दोपहर दो बजे से रात 10 बजे तक थी. हर दिन की तरह वह समय पर ड्यूटी गये थे. अपने समय से वह घर नहीं लौटे, तो परिजनों ने उन्हें फोन किया, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया.
यार्ड में भी परिजनों ने तलाशा, लेकिन वे नहीं मिले. रात के 12 बजे रेलवे कर्मचारियों ने ट्रैक पर उनका शव देखा, तो परिजनों और रेलवे कंट्रोल को सूचना दी.बताया जाता है कि भगत ने सुबह नौ से साढ़े नौ बजे के बीच कुछ लोगों के साथ चाय पी थी. दुर्घटना उसके बाद ही हुई होगी. सुबह जीआरपी और मेडिकल की टीम साइट पर पहुंची. शव कापंचनामा कराने के बाद पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया.इससे पहले, हटिया के डीआरएम और एसडीएमई ने सुबह 10 बजे घटनास्थल का दौरा किया. जीआरपी और आरपीएफ ने भी मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी.
डीआरएम ने मामले की जांच के आदेश दे दिये. कहा गया कि प्रथम दृष्टया इसे दुर्घटना माना जा रहा है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि मौत की वजह क्या थी. पोस्टमार्टम के बाद शव उनके रेलवे कॉलोनी स्थित क्वार्टर पहुंचा और वहां से दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस यूनियन के कार्यालय ले जाया गया. ध्हां विभिन्न यूनियनों के सदस्यों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. दिनेश भगत के परिवार में पत्नी, एक बेटा और दो बेटियां हैं. बेटा बेंगलुरु में पढ़ाई करता है.