बिहारशरीफ: बिहार में सत्तारूढ़ जेडीयू के एक स्थानीय दलित नेता का शव एक थाने के अंदर शौचालय में फंदे से लटकता मिला. उन्हें पूछताछ के लिए थाने लाया गया था. इस घटना के बाद नालंदा जिले के उनके गांव के लोगों हिंसक प्रदर्शन किया. जिला प्रशासन ने शुक्रवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि दलित नेता की मौत के संबंध में तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि 45 वर्षीय गणेश रविदास का शव बृहस्पतिवार को देर रात नालंदा जिले के नगरनौसा थाने के शौचालय में फंदे से लटकता मिला. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इसी जिले से आते हैं. सूत्रों ने कहा कि पार्टी के महादलित सेल के प्रखंड प्रमुख रविदास को एक लड़की के अपहरण के संबंध में पूछताछ के लिए थाने लाया गया था. हालांकि, इस मामले में रविदास नामजद नहीं थे.
शुक्रवार की सुबह उनके गांव में उनकी मौत की खबर फैलने के बाद, उनके समर्थकों ने थाने में घुसकर पथराव किया जिससे कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए. गांव वालों का आरोप है कि यह हिरासत में प्रताड़ना से परेशान होकर की गई खुदकुशी है. कुछ गांववालों का आरोप है कि उन्होंने दिवंगत के सिर पर चोट के निशान देखे जिससे पता चलता है कि उन्होंने पुलिस के हाथों यातनाओं से तंग आकर खुदकुशी की. उनका आरोप है कि रविदास ने एक लड़की की उसके प्रेमी से शादी कराने और शहर के बाहर आश्रय दिलाने में उसकी मदद की थी. इस लड़की के पिता ने ही अपहरण का मामला दर्ज कराया था. स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस की लड़की के पिता से मिलीभगत थी और वे रविदास पर लड़की का पता बताने का दबाव डाल रहे थे. इस बीच, मध्य रेंज के डीआईजी राजेश कुमार ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और उनके निर्देश पर नगरनौसा के थाना प्रभारी कमलेश कुमार, अतिरिक्त उपनिरीक्षक बलविंदर राय और चौकीदार संजय पासवान को गिरफ्तार कर लिया गया.