श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि तोड़फोड़ और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से उत्तर कश्मीर में बांदीपोरा जिले के सुंबल की दुष्कर्म पीड़तिा को न्याय दिलाने में मदद नहीं मिलेगी। श्रीनगर के उपायुक्त डॉ. शाहिद चौधरी छात्रों की हिंसा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि जब मामले की सुनवाई पहले ही फास्ट ट्रैक अदालत में हो रही है तो ऐसे में छात्रों के कक्षाओं से बाहर आकर झड़प करने का कोई कारण नहीं है। जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट के प्रमुख राजनेता शाह फैसल ने कहा कि जो लोग सार्वजनिक संपत्तियों और एम्बुलेंस में तोड़फोड़ में शामिल हैं उन्हें बख्शा नहीं जाना चाहिए।
अमर सिंह कॉलेज के छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार किया और सुरक्षा बलों के साथ झड़पें की जिन्हें मंगलवार को आंसू गैस के गोले दागकर तितर-बितर किया गया। नेशनल कान्फ्रेंस के उपाध्यक्ष श्री अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, तोड़फोड़ में शामिल लोग किसी तरह से बालिका को न्याय दिलाने में मदद नहीं करेंगे। दुष्कर्म के नाम पर संपत्ति को नुकसान पहुंचाना तथा हिंसा में शामिल होना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने एएससी के समीप एक मॉल के क्षतिग्रस्त खिड़की की तस्वीर को ट्वीट किया,
कुछ अत्यंत बुद्धिजीवी युवाओं ने न्याय की मांग कुछ लोगों के साथ अन्याय कर किया, उन छात्रों के दूसरों की संपत्ति को नुकसान पहुंचाना के कृत्य को न्यायोचित नहीं ठहराया जा सकता, आप शर्म करो। डॉ. चौधरी ने ट्वीट किया, दोनों ही घटना , शर्मनाक हैं जिससे प्रशासन, समाज समान रूप से दुखी है। त्वरित कार्यवाही की जा रही है। लिहाजा मुझे छात्रों के कक्षाओं से बाहर आने का कोई का कोई कारण नहीं दिखता है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी से राजनेता बने शाह फैसल ने ट्वीट किया, छात्रों को वापस अपने कक्षा जाने चाहिए, कारर्वाई की जा चुकी है। हम आत्म-विनाश के मोड़ पर हैं और इस हिंसा और अव्यवस्था को हमें दूर करने की आवश्यकता है।