नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के कई जिलों में मंगलवार रात तेज आंधी और बारिश से बड़ी तबाही हुई. बिजली गिरने से पूरे राज्य में अलग-अलग इलाकों में 10 लोगों के मौत की खबर है. हालांकि न्यूज एजेंसी के मुताबिक 16 लोगों की मौत हुई है. कई जगह पर ओले पड़ने से खेतों में फसल भी खराब हो गई है. खेतों में खड़ी और काट कर रखी फसलों के अलावा मंडियों में खरीद के बाद खुले में रखा सैकड़ों क्विंटल गेहूं और लहसुन भींग गया. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों में उत्तर-पश्चिमी और पूर्वी मप्र में आंधी के साथ ही हल्की बारिश की स्थिति बन सकती है. भोपाल में फिर से बूंदाबांदी हो सकती है. बात करें अन्य राज्यों की तो राजस्थान में तेज आंधी और बारिश की वजह से 6 लोगों के मौत की खबर है.
यहां मंगलवार को मौसम खुशनुमा रहा, लेकिन शाम तक धूलभरी आंधी, तेज बारिश व बिजली की वजह से 6 लोगों की मौत हुई. वहीं देश की राजधानी दिल्ली में बीती रात हुई हल्की बारिश और आंधी-तूफान के बाद मौसम मंगलवार सुबह सुहावना रहा. यहां का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 20.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सोमवार को न्यूनतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो कि सामान्य के औसत से 5 डिग्री सेल्सियस ज्यादा था. भारत के अलावा पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांतों में भीषण तूफान और बारिश के कारण कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई और 135 अन्य लोग घायल हो गए.
मीडिया रपटों में मंगलवार को यह जानकारी दी गई. पछुआ हवाओं के चलते आयी भारी बारिश एवं तूफान से सोमवार को देश के विभिन्न हिस्सों में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए और संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा. पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि खैबर-पख्तूनवा में 13, बलूचिस्तान में 11, पंजाब में 10 और सिंध में पांच लोगों की मौत हुई है. देश के पश्चिमी, मध्य एवं पूर्वी हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से रुक-रुक बारिश हो रही है. कुछ इलाकों में भूस्खलन और बाढ़ के कारण कई सड़कें यात्रा के लिए पहले ही खतरनाक हो गई हैं.
पंजाब प्रांत में तूफान के कारण कई इमारतें ढह गईं और दो महिलाओं समेत कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई. खैबर पख्तनूख्वा प्रांत की चित्राल घाटी में एक मकान की छत गिर जाने से एक महिला और दो पुरूषों की मौत हो गई. वहीं राज्य के अन्य इलाकों में 10 और लोगों की मौत हो गयी. बलूचिस्तान में बाढ़ के कारण एक बच्चे समेत नौ लोगों की मौत हो जाने के कारण प्राधिकारियों ने सोमवार को आपातकाल घोषित कर दिया. प्रांत के अलग अलग इलाकों में आई बाढ़ से मंगलवार को दो बच्चों समेत तीन लोगों की मौत हो गई. खबर के अनुसार कि बलूचिस्तान के क्वेटा, ग्वादर, चगई, हरनाई, दुकी, जेवानी, जाफराबाद, कोहलू, सिबी, बरखान, चमन और अन्य जिलों में बाढ़ आने से सड़क संपर्क टूट गया है.