काबुल: अफगानिस्तान की प्रांतीय राजधानी जलालाबाद सोमवार को तीन धमाकों से दहल गई. इनमें तीन लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए. पूर्वी नांगरहार के गवर्नर के प्रवक्ता अताउल्लाह खोग्यानी ने कहा कि सभी हताहत आम नागरिक माने जा रहे हैं. किसी ने भी इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. यह हमला ऐसे वक्त में हुआ जब संयुक्त राष्ट्र ने रमजान के पहले हफ्ते के दौरान देश भर में बढ़ी हिंसा पर चिंता जाहिर की. नांगरहार प्रांत में तालिबान और इस्लामिक स्टेट दोनों से संबद्ध समूह गतिविधियां चलाते हैं. पिछले कुछ सालों में अमेरिका ने आईएस लड़ाकों को खदेड़ने के लिए इलाके में हवाई हमले बढ़ा दिए हैं.
ये धमाके जलालाबाद के सिटी सेंटर में हुए लेकिन लक्ष्य तत्काल स्पष्ट नहीं हो सका. तालिबान ने रमजान के दौरान संघर्षविराम के अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी सरकार के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया था. गौरतलब है कि यह कोई पहला मौका नहीं जब अफगानिस्तान में इस तरह का धमाका हुआ है. इससे पहले अफगानिस्तान में चुनावी रैली में एक महिला उम्मीदवार के समर्थकों को निशाना बनाकर किये गए विस्फोट में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई थी. मोटरसाइकिल में बम लगाकर यह विस्फोट किया गया था. हालिया महीनों में संसदीय चुनाव से जुड़ी हिंसा की घटनाएं बढ़ गयी थी. देश में 20 अक्टूबर को होने वाले चुनाव के पहले हमले और बढ़ने की आशंका थी.
वहीं, उत्तरी-पूर्वी अफगानिस्तान के तकहर प्रांत में हुए एक धमाके में 32 लोग घायल हो गए थे. तकहर प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता मोहम्मद जवाद हेजरी ने बताया कि संसदीय चुनाव में किस्मत आजमा रहीं उम्मीदवार नजीफा युसेफीबेक के प्रचार अभियान के दौरान हमला किया गया. हेजरी ने बताया था कि सुदूरवर्ती जिला रूस्ताक के लिए एंबुलेंस भेजी गयी. घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए विमान की भी मदद ली जाएगी. प्रांतीय पुलिस के प्रवक्ता खलील असीर ने मृतकों की संख्या को थोड़ा ज्यादा बताते हुए कहा कि विस्फोट में 13 लोगों की मौत हो गई थी.असीर ने कहा था कि रूस्ताक जिले में मोटरसाइकिल में बम को छिपाकर रखा गया था और महिला उम्मीदवार के समर्थकों के बीच इसमें विस्फोट किया गया.” चुनाव में 2500 से ज्यादा उम्मीदवार हिस्सा ले रहे हैं. अब तक कम से कम नौ उम्मीदवारों की मौत हो चुकी है.