भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भोपाल जिला चुनाव अधिकारी ने नोटिस भेजा है. यह नोटिस तीन दिन के बैन के दौरान भी प्रचार करने की शिकायत मिलने के बाद दिया गया है. अधिकारी ने इस नोटिस पर उनसे जवाब मांगा है. बता दें, चुनाव आयोग ने उनके प्रचार पर 72 घंटे का बैन लगाया था. चुनाव आयोग ने एटीएस के पूर्व प्रमुख दिवंगत हेमंत करकरे और बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले पर बयानों के लिये भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार प्रज्ञा सिंह ठाकुर के चुनाव अभियान पर रोक लगाई थी.
आयोग ने उनके बयानों की ‘कड़ी निंदा’ करते हुए उन्हें ‘भविष्य में कदाचार को नहीं दोहराने’ की चेतावनी दी थी. चुनाव आयोग ने कहा था कि हालांकि प्रज्ञा ने दिवंगत आईपीएस अधिकारी के खिलाफ अपने बयान के लिए माफी मांगी थी, लेकिन इस बयान को ‘अनुचित’ पाया गया है. प्रतिबंध दो मई (बृहस्पतिवार) सुबह छह बजे से लागू हुआ था. बता दें, प्रज्ञा ने कहा था आतंकवादी विरोधी दस्ते (एटीएस) प्रमुख करकरे ने मालेगांव विस्फोट मामले की जांच के दौरान उन्हें यातनाएं दी थीं और उनके शाप की वजह से ही करकरे की 26/11 आतंकवादी हमले में मौत हुई थी.
इसके अलावा उन्होंने एक बयान दिया था कि 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में शामिल होने के लिये उन्हें अपने ऊपर गर्व है. गौरतलब है कि बैन के दौरान प्रज्ञा सिंह ठाकुर बृहस्पतिवार को मौन धारण कर विभिन्न मंदिरों में दर्शन करने गईं और हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा अर्चना की. इस दौरान उन्होंने मंदिरों की गौशालाओं में पाले जा रहे गाय और बछड़ों को गुड़ और घास भी खिलाया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने भी चुनाव आयोग द्वारा उन पर भड़काऊ एवं सांप्रदायिक टिप्पणी करने के मामले में 72 घंटे तक चुनाव प्रचार करने पर प्रतिबंध लगाने के बाद पिछले महीने भी ऐसा ही किया था.