लखनऊ। लगातार रिश्वत लेने के आरोपो से घिर रही पुलिस की छवी कैसे सुधरेगी ये अब एक बड़ा सवाल हो गया है। एसएसपी कलानिधि नैथानी अपनी पुलिस को नैतिकता का पाठ पढ़ाते नही थक रहे है और कुछ पुलिस कर्मी है कि सुधरने का नाम नही ले रहे है। सआदतगंज थाने के दरोगा पवन मिश्रा द्वारा चेकिंग के ,दौरान 12 सौ रूपए लिए जाने का वीडियो वायरल होने का मामला अभी ठंन्डा भी नही पड़ा था कि आज तालकटोरा थाने के एक सिपाही ने वर्दी को फिर शर्मसार करते हुए आठवी के छात्र को पीटा और थाने पकड़ कर ले गया। सिपाही राम गोपाल ने किसी आम इन्सान से नही बल्कि पुलिस विभाग की एक महिला उपनिक्षीक के नाबालिग पुत्र की मोटर साईकिल रोक कर न सिर्फ उसे चैन स्नैचर बता कर उसे डराया बल्कि महिला दरोगा के पुत्र से मारपीट कर उससे एक हजार रूपए भी मांगे और थाने ला कर उसे बेईज्जत किया। महिला दरोगा के पुत्र ने जब अपनी माॅ को काल कर पूरा माजरा बताया तो महिला उपनिरिक्षक ने तालकटोरा थाने पहुॅच कर हंगामा किया।
तालकटोरा थाने मे महिला उपनिरीक्षक के हंगामे को देख कर छात्र को पीटने का आरोपी सिपाही मौके से खिसक लिया। गैर कानूनी तरीके से थाने लाए गए छात्र को इन्स्पेक्टर तालकटोरा धनन्जय सिंह ने छोड़ दिया। एएसपी पश्चिम विकस चन्द्र त्रिपाठी ने कहा कि सिपाही द्वारा युवक को संदिग्ध प्रतीत होने पकड कर थाने लाया गाया था उन्होने बताया कि इस प्रकरण मे कोई लिखित शिकायत मिलेगी तो मामले की जाॅच की जाएगी उन्होने बताया कि सिपाही द्वारा छात्र से पैसे मांगने की बात की पुष्टि नही हुई है। जानकारी के अनुसार आलमबाग थाना कैम्पस के सरकारी आवास मे परिवार के साथ रहने वाली महिला उपनिरीक्षक नाका थाना मे तैनात है। महिला उपनिरिक्षक का 16 वर्षीय पुत्र अमन त्रिपाठी एसकेडी स्कूल मे कक्षा आठ का छात्र है। अमन क्रिकेट का भी शौकीन है अमन त्रिपाठी शुक्रवार को अपनी अपाचे मोटर साईकिल पर सवार होकर राजाजीपुरम गया था। अमन हेलमेट लगा कर मोटर साईकिल चला रहा था ।
मीना बेकरी के पास उपनिरीक्षक हाशिम के साथ सिपाही राम गोपाल दो पहिया वाहनो की चेकिंग कर रहे थे सिपाही ने अमन को रोका तो उसने कागजात दिखाते हुए बताया कि उसकी मम्मी नाका थाने मे दरोगा है अमन की बात सुनते ही सिपाही आग बबूला हो गया और उसने अमन को चाटां जड़ते हुए कहा कि तू मुझे चैन स्नैचर लग रहा है सिपाही की हरकत से अमन घबरा गया अमन गिड़गिड़ाता रहा लेकिन वर्दी के नशे मे चूर सिपाही राम गोपाल को न तो विभाग का ख्याल रहा और न ही इन्सानियत का। सिपाही अमन को पकड़ कर थाने ले गया इस बीच अमन ने अपनी मम्मी को काल कर पूरा माजरा बताया तो महिला दरोगा तत्काल तालकटोरा थाने पहुॅची। बेकसूर बच्चे को पीटने और 1 हजार रूपए घूस मांगे जाने से नाराज महिला दरोगा के आक्रोश को देख कर सिपाही राम गोपाल थाने से खिसक लिया। इस बीच इन्स्पेक्टर तालकटोरा ने महिला दरोगा को विभाग की बदनामी का हवाला देकर किसी तरह से शान्त कराया और अमन को छोड़ दिया ।
इन्स्पेक्टर तालकटोरा का कहना है कि सिपाही द्वारा चेंकिग के दौरान महसूस किया गया कि अपाचे चला रहा युवक संदिग्ध है इस लिए उसने उसे थाने पहुॅचाया लेकिन बाद मे छोड़ दिया गया। इस सम्बन्ध मे एएसपी विकास चन्द्र त्रिपाठी का कहना है कि महिला उपनिरीक्षक द्वारा इस प्रकरण मे अगर कोई लिखित शिकायत की जाएगी तो प्रकरण की जाॅच करा कर दोषी पाए जाने पर सिपाही के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। नाका थाने मे तैनात महिला उपनिरीक्षक का कहना है कि सिपाही ने नियम को पूरी तरह से दरकिनार कर उनके बच्चे को पीटा । सिपाही के खिलाफ तहरीर देने की बात को वो विभागीय मामला बताते हुए टाल गई। महिला उपनिरिक्षक का कहना था कि जेजे न्यायालय का साफ आदेश है कि 18 साल से कम आयु के किसी भी युवक को पुलिस वर्दी पहन कर नही पकड़ सकती है लेकिन सिपाही ने न न्यायालय का मान रख्खा और न ही विभाग का। सिपाही राम गोपाल द्वारा पीटे गए अमन ने थाने मे ही सिपाही द्वारा उससे 1 हजार रूपए मागे जाने की बात भी थाने मे कही लेकिन मामला पुलिस विभाग का होने के कारण टाल दिया गया।