लखनऊ। नववर्ष चेतना समिति के आयोजकत्व में नववर्ष अभिनंदन व राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का भव्य आयोजन बीरबल साहनी मार्ग स्थित खांटू श्याम मंदिर परिसर में किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उप्र के उप-मुख्य्मंत्री डा. दिनेश शर्मा की गरिमामयी मौजूदगी रही जबकि अध्यक्षता महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने की. अपने संबोधन में डा. दिनेश शर्मा ने नववर्ष प्रतिपदा के महत्वे पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह दिवस सृष्टि की उत्पत्ति का प्रथम दिवस है. सृष्टि के रचयिता ब्रह्मा जी द्वारा काल गणना का प्रारंभ भी इसी दिवस से किया गया था. उन्होंने कहा कि वासंतिक नवरात्र के प्रथम दिवस होने के साथ ही महाराजा विक्रमादित्य द्वारा शकों को पराजित कर विक्रमी संवत का शुभारंभ भी इसी दिन किया गया था. हम सभी को अपना यह नववर्ष भव्य रूप से मनाना चाहिए।
महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने सभी को नववर्ष की शुभकामना देते हुए कहा कि भारतीयों का वास्तविक नववर्ष आज के ही दिन से होता है.कार्यक्रम में बतौर सम्मानित अतिथि मौजूद विकास भारती, झारखंड के सचिव पद्मश्री डॉ. अशोक भगत ने कहा कि हिंदू संस्कृति व रीतिरिवाजों का अनुपालन आज भी गांवों में सबसे अधिक होता है. नववर्ष चेतना समिति के अध्यक्ष डॉ. गिरीश गुप्ता ने समिति के शुरुआत से अब तक की यात्रा में जुड़े सभी लोगों का आभार प्रकट करते हुए इसे और विस्तार देने की जरूरत पर बल दिया। नववर्ष चेतना समिति की मुख्य संघरक्षित श्रीमती रेखा त्रिपाठी ने कहा कि आज ही प्रभु श्रीराम के राज्याभिषेक का दिवस है एवं धर्म स्थापना हेतु युधिष्ठिर संवत का प्रारंभ भी आज ही के दिन हुआ था. ऐसे में सभी भारतवंशियों के लिए घर नववर्ष प्रतिपदा का विशेष महत्व है।
कार्यक्रम में समिति द्वारा बनाए गए नवचैतन्य पंचांग का विमोचन मुख्य अतिथि डा. दिनेश शर्मा व महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया के करकमलों द्वारा किया गया। इससे पूर्व नववर्ष चेतना समिति की ओर से डा. दिनेश शर्मा व महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया ने समाज के विभिन्न वर्गों की कई हस्तियों को शाल ओढ़ाकर व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.सम्मानित की गई हस्तियों में मेधज टेक्नोकंसेप्ट प्रा. लि. के सीएमडी समीर त्रिपाठी, पीजीआई के कार्डियोलाजी विभाग के हेड डा. निर्मल गुप्ता, कवि व व्यंग्यकार सर्वेश अस्थाना, होम्योपैथ चिकित्सक डा.बी.एन.सिंह, लविवि के कुलपति प्रो.एस.पी.सिंह, व्यापार मंडल के लक्ष्मीनरायन अग्रवाल, आरएसएस के शेषनाथ सहित तमाम लोग शामिल रहे.कार्यक्रम के दूसरे सत्र में सर्वेश अस्थाना के संचालन में हुए राष्ट्रीय कवि सम्मेलन में गाजियाबाद के गीतकार विष्णु सक्सेना, अंबेडकरनगर के अभय सिंह ‘निर्भीक’, हिंदी संस्थान के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह, मथुरा से पूनम वर्मा, सुल्तापुर के जमुना प्रसाद उपाध्याय, इंदौर से आए मुन्ना ‘बैट्री’ सहित कई जनपदों से पधारे कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से समां बांध दिया।