रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने ठोस ईंधन वाली रैमजेट मिसाइल प्रणोदन प्रणाली का ओडिशा के चांदीपुर परीक्षण केंद्र से शुक्रवार को सफल उड़ान परीक्षण किया।
डीआरडीओ ने एक बयान में कहा, ”बूस्टर मोटर और नोजल-लेस मोटर सहित सभी उप प्रणालियों ने उम्मीद के अनुरूप (उड़ान परीक्षण के दौरान) प्रदर्शन किया।”
बयान में कहा गया है कि वर्तमान में एसएफडीआर मिसाइल प्रणोदन प्रौद्योगिकी विश्व में सिर्फ गिने-चुने देशों के पास ही उपलब्ध है।
बयान में कहा गया है कि एसएफडीआर प्रौद्योगिकी के सफल प्रदर्शन ने डीआरडीओ को एक प्रौद्योगिकीय लाभ उपलब्ध कराया है, जिससे लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करनी वाली मिसाइलें विकसित करने में मदद मिलेगी।