लखनऊ : उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सपा से अलग होकर हाल में समाजवादी सेक्युलर मोर्चा गठित करने वाले शिवपाल सिंह यादव को अपनी पार्टी का बीजेपी में विलय करने की पेशकश की है. उप मुख्यमंत्री ने बुधवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शिवपाल चाहें तो अपने मोर्चे का बीजेपी में विलय कर सकते हैं. उनका स्वागत है.
उन्होंने कहा लेकिन फिलहाल बीजेपी के पास किसी दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की गुंजाइश नहीं है. अनुसूचित जाति/जनजाति उत्पीड़न अधिनियम में बदलाव को लेकर सवर्णों में उभरी नाराजगी के बारे में पूछे जाने पर उप मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस कानून का दुरुपयोग नहीं होने देगी.
आपको बता दें कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्ती के लिए अखिलेश की चाचा शिवपाल यादव ही उनके लिए सबसे बड़ी मुसीबत बनें हुए हैं. समाजवादी पार्टी से अलग होकर शिवपाल सिंह यादव ने नई राजनीतिक पार्टी का गठन कर लिया है. उनकी इस पार्टी का नाम प्रगतिशील समाजवादी पार्टी है. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का रजिस्ट्रेशन चुनाव आयोग में भी करा दिया गया है. शिवपाल यादव के अनुसार 2019 के लोकसभा चुनावों में उनकी यह पार्टी प्रत्येक सीट पर चुनाव लड़ेगी. हर सीट पर पार्टी उम्मीदवार उतारेगी.
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के दो फाड़ हो जाने के बाद राजनीतिक समीकरण बिल्कुल बदल गया है. शिवपाल यादव की पार्टी ने चुनाव आयोग से कार, मोटरसाइकिल या चक्र चुनाव चिन्ह की मांग की है. समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के संस्थापक और अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने मेरठ में दावा किया था कि उन्होंने बड़े भाई मुलायम सिंह यादव को अपने मोर्चा से 2019 का चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है. उन्होंने यह दावा भी किया कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम का आशीर्वाद उन्हें मिला है. आपको बता दें कि मुलायम सिंह के सपा अध्यक्ष रहते हुए शिवपाल यादव पार्टी के सर्वेसर्वा हुआ करते थे.