टोक्यो। कोविड-19 महामारी के बीच आयोजित हुए 32वें ओलंपिक खेल रविवार को समापन समारोह के साथ समाप्त हो गया। समापन समारोह एक वीडियो के साथ शुरू हुआ जिसमें 17 दिन की स्पर्धाओं का सार था। अंतिम अध्याय की शुरूआत स्टेडियम में आतिशबाजी से हुई जिसमें आयोजकों ने अनगिनत व्यक्तियों के लिए आभार व्यक्त किया जिन्होंने ओलंपिक खेलों को समापन समारोह तक पहुंचाने में मदद की।
इसके बाद जापान के क्राउन प्रिंस अकिशिनो और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक आधिकारिक स्टैंड में उपस्थित हुए। शुरूआती वीडियो में फोकस रिकार्ड और स्कोर पर नहीं बल्कि उन सभी खिलाड़ियों के साहसिक प्रयासों पर था जिन्होंने रोज कोविड-19 जांच करवाते हुए कड़े बायो-बबल में हिस्सा लिया।
समारोह का मुख्य संदेश था कि खेल एक उज्जवल भविष्य के दरवाजे खोलेंगे। भारत सात पदक से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके निश्चित उज्जवल भविष्य की ओर देख सकता है जिसमें भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा ने 13 साल बाद पहला स्वर्ण दिलाया जो खेलों में ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धा का देश का पहला पदक भी है। भारत ने इस स्वर्ण के अलावा दो रजत और चार कांस्य पदक भी जीते।
टोक्यो 2020 अध्यक्ष सेको हाशिमोटो ने रविवार को ओलंपिक आयोजित करने के जज्बे की प्रशंसा की जिन्हें कोरोना वायरस महामारी के बावजूद कराया गया। ओलंपिक के समापन समारोह से पहले उन्होंने यह बात कही। खिलाड़ियों में हालांकि ओलंपिक बबल के कारण कोरोना वायरस के इतने ज्यादा मामले देखने को नहीं मिले लेकिन टोक्यो में पिछले हफ्ते रिकार्ड मामले सामने आये। लेकिन हाशिमोटो ने कहा कि खेलों से कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का कोई संबंध नहीं है।
टोक्यो में शुक्रवार को 4,066 मामले सामने आये। ओलंपिक खेल समाप्त हो गये हैं तो आयोजकों को फैसला करना होगा कि पैरालंपिक के दौरान दर्शकों को अनुमति दी जाये या नहीं। हाशिमोटो ने कहा कि इसका फैसला सही समय पर किया जायेगा। पैरालंपिक 24 अगस्त से पांच सितंबर तक आयोजित किये जायेंगे।