चीबा, जापान। कुश्ती में भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक की आखिरी उम्मीद बजरंग पूनिया किर्गीस्तान के अर्नाजार अकमातालिएव को शुक्रवार को यहां हराकर 65 किलो के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गये।
पहले पीरियड के आखिरी क्षणों में बजरंग ने अकमालालिएव को मैट पर पटक कर 3-1 की बढ़त बना ली लेकिन किर्गीस्तान के पहलवान ने दूसरे पीरियड में पुशआउट के जरिये दो बार एक-एक अंक जुटा कर स्कोर बराबर कर दिया।
बजरंग ने दो अंक वाला एक स्कोर बनाया था इसलिए उन्हें विजेता घोषित किया गया। बजरंग के लिए यह मुकाबला आसान नहीं था और यहां पहले मुकाबले में वह जिस तरह की जीत के लिए जाने जाते है वह नहीं दिखा। वह रूस के एक स्थानीय टूर्नामेंट के दौरान घुटने की मामूली चोट से उबर कर इन खेलों में आए है।
भारतीय का अगला मुकाबला ईरान के मुर्तजा चेका घियासी से होगा। अपना पहला ओलंपिक खेल रही भारतीय पहलवान सीमा बिस्ला 50 किलोवर्ग के पहले दौर में ट्यूनीशिया की सारा हमदी से 1-3 से हार गई। सीमा को हमदी ने खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया । मुकाबले में कोई दाव देखने को नहीं मिले । हमदी ने तीन में से दो अंक पुशआउट पर और एक सीमा के रक्षात्मक खेल पर बनाये ।
सीमा ने अपने प्रतिद्वंद्वी को धक्का देकर अंक बनाया । अब उसे इंतजार करना पड़ेगा चूंकि हमदी फाइनल में पहुंचती है तो उसे रेपेशॉज खेलने का मौका मिलेगा । सीमा ने 2017 के बाद से कोई राष्ट्रीय टूर्नामेंट नहीं जीता है लेकिन मई में सोफिया में विश्व ओलंपिक क्वालीफायर जीतकर ओलंपिक में जगह बनाई थी ।