नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा है कि कांग्रेस जमीन पर किसी भी विषय को उठाने के लिए असमर्थ है, इसलिए झूठे तस्वीरों के माध्यम से राजनीति करने की कोशिश करते हैं।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने सोमवार को यहाँ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “देश में जब भी भ्रम और झूठ की राजनीति होती है, तो राहुल गांधी का हाथ होता ही है। इसी सिलसिले में राहुल गांधी ने किसान आंदोलन की पुरानी तस्वीर को ट्वीट कर उसे वर्तमान का बताया है। राहुल गांधी भली-भांती जानते हैं कि कांग्रेस अध्यक्षविहीन है और ज़मीन पर कहीं नहीं टिकी है।”
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष को विरोध का अधिकार है लेकिन अराजकता फैलाने का नहीं। संबित पात्रा ने कहा कि गांधी ने इससे पहले भी दिल्ली में दुष्कर्म की शिकार हुई पीड़िता के परिवार की तस्वीर सोशल मीडिया में पोस्ट की थी जिसे बाद में ट्विटर ने हटाया था।
उन्होंने कहा कि विश्व का सबसे तेज और सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान भारत में चल रहा है, पूरा विश्व इसकी सराहना कर रहा है लेकिन राहुल गांधी एक भी ट्वीट टीकाकरण के संदर्भ में नहीं करते हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “आज हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टीकाकरण अभियान से जुड़ा संवाद भी सुना। किस प्रकार विश्व का सबसे तेज और सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चल रहा है, उसका लोहा पूरा देश मान रहा है और पूरा विश्व इसे सलाम कर रहा है लेकिन श्री गांधी आज नदारद हैं।” उन्होंने कहा कि यह वही राहुल गांधी हैं, जिन्होंने भारत की वैक्सीन नीति और कोरोना संकट के समय राहत के लिए किए जा रहे सरकार के अथक परिश्रम की आलोचना की।
भाजपा प्रवक्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता और परिवारजन स्वयं ही जातिवाद और विद्वेष फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। उनके खिलाफ अब प्राथमिकी तक दर्ज कराने की नौबत आ गई है। राहुल गांधी को ये सब नहीं दिखता, वह इन सबसे अनभिज्ञ हैं।
उन्होंने कहा कि एक ओर राहुल गांधी हैं तो दूसरी ओर हमारे मोदी हैं भारत की जनता और विश्व में अपना जो अपना स्थान बनाया है, वह अपने आप में अद्वितीय है। दरअसल राहुल गांधी ने रविवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुई किसान महापंचायत का समर्थन करते हुए ट्वीट किया और साथ में एक भीड़ की एक फोटो भी शेयर की। भाजपा का आरोप है कि उन्होंने जो फोटो शेयर की, वो इस महापंचायत की नहीं थी।