लखनऊ /नई दिल्ली : झारखंड के सरायकेला इलाके में गुरुवार (7 जून) की सुबह नक्सलिओ के साथ चल रही मुठभेड़ में दो कमांडो शहीद हो गए. शहादत पाने वाला पहला कमांडो सीआरपीएफ की 209 कोबरा बटालियन का कमांडो है, जबकि दूसरा कमांडो शहीदो का है. शहादत पाने वाले कोबरा कमांडो की पहचान कांस्टेबल उत्पल राभा के रूप में हुई है. शहीद कांस्टेबल उत्पल मूल रूप से मेघालय के नार्थ गारो हिल्स के रहने वाले हैं. उन्होंने महज 27 वर्ष की उम्र में शहादत पाई है. सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार दोनों शहीदों के पार्थिव शरीर को हेलीकॉप्टर के जरिए रांची भेज दिया गया है.
सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार गुरुवार सुबह 209 कोबरा बटालियन को जानकारी मिली कि दलभागा के जंगलों में भारी तादात में नक्सलियों की मूवमेंट देखी गई है. सूचना मिलते ही सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम मौके के लिए कूच कर गई. सूत्रों के अनुसार,सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस द्वारा चलाए गए सर्च ऑपरेशन की भनक नक्सलियों को लग गई. इसी बीच, नक्सलियों ने सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम पर हमला करने का षडयंत्र रच लिया.
ऑपरेशन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सुबह करीब 8 बजे जैसे ही सीआरपीएफ और झारखंड पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची, नक्सलियों ने ताबड़तोड़ गोली बारी शुरू कर दी. पहले से सतर्क सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देना शुरू कर दिया. इसी गोलीबारी में एक गोली सीआरपीएफ के कमांडो और दूसरी गोली झारखंड पुलिस के कमांडो को आ लगी. दोनों कमांडोज को तत्काल मौके से अस्पताल के लिए रवाना किया गया. अस्पताल पहुंचने पर सीआरपीएफ के कमांडो को शहीद बताया गया. जबकि झारखंड पुलिस जवान ने कुछ देर बाद इलाज के दौरान शहादत को गले लगा लिया. वहीं, मौके पर दोपहर करीब 12.15 बजे तक नक्सलियों और संयुक्त ऑपरेशन टीम के बाद गोलीबारी रूक गई.सीआरपीएफ की टीम ने मौके को खंगालना शुरू कर दिया है.