पटना: चारा घोटाला केस में दोषी होने के बाद लालू यादव जेल जाएंगे, इसके लिए उनकी पार्टी और परिवार समेत लालू यादव भी तैयार थे. लेकिन उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि झारखंड के जेल मैन्यूअल के कारण अब उनकी मनमर्जी नहीं चलेगी. दरअसल, सोमवार को राजद के चार नेता और एक वकील प्रभात कुमार लालू यादव से मिलने पहुंचे. लेकिन ये मुलाकात कुछ मिनटों की हो पायी. उसके बाद रांची की बिरसा मुंडा जेल की गेट पर पहुंचे अधिकांश नेताओं को उनसे मिलने की अनुमति नहीं मिली. उन्हें बताया गया कि झारखंड के जेल मैन्यूअल के अनुसार, सप्ताह में मात्र तीन लोग ही उनसे मिल सकते हैं. जिसका विरोध राजद के नेताओं ने ये कह कर किया कि भाजपा सरकार उन लोगों के साथ भेदभाव कर रही है.इससे नाराज होकर राजद के कुछ नेता, जिसमें झारखंड अध्यक्ष अन्नपूर्णा देवी और भोला यादव मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिले. इन नेताओं का कहना था कि लालू यादव जन नेता हैं, इसलिए उनके साथ जेल मैनुअल को शिथिल कर और अधिक लोगों को मिलने दिया जाए. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उनकी बातों को सुना, लेकिन कोई आश्वासन नहीं दिया.
फिलहाल, जब तक कोर्ट से मुलाकातियों की संख्या बढ़ाने का आदेश नहीं आता, तब तक फिलहाल तीन लोग ही उनसे मुलाकात कर सकते हैं.