झाँसी / लखनऊ : सेना की दक्षिणी कमान के अन्तर्गत आज व्हाइट टाइगर डिविजन द्वारा हाथी मैदान, झाँसी में एक विशाल भूतपूर्व सैनिक रैली का आयोजन किया गया | रैली में लगभग 3000 भूतपूर्व सैनिकों के सकारात्मक रुप से हिस्सा लिया एवं ‘ऑलिव ग्रीन” में अपना विश्वास जताया | लेफ्टिनेंट जनरल आर पी सिंह, अतिविशिष्ठ सेवा मैडल, विशिष्ठ सेवा मैडल, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, सुदर्शन चक्र कोर ने मेजर जनरल पी एस मिनहास, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, व्हाईट टाइगर डिविसजन के साथ रैली में उपस्थित हो रैली की शोभा बढा़ई |
रैली का प्राथमिक लक्ष्य भूतपूर्व सैनिकों एवं वीर नारियों तक पहुचना और सेना तथा अन्य लोक प्रशासन से संबधित समस्याओं का निवारण करना था | भूतपूर्व सैनिकों तक सेवायें पहुचानें हेतु बहुत से काउंटर स्थापित किये गए थे जिनमें कुछ स्टाल पेंशन संबंधी विसंगतियों के निवारण के लिए रिकॉर्ड कार्यालयों के तरफ से तथा अन्य स्टाल सेवानिवृत सहायक स्वास्थ योजना (ई सी एच एस ), कैंटीन स्मार्ट कार्ड, आधार पंजीकरण और पुनर्स्थापना की विसंगतियों के निवारण हेतु स्थापित किये गए थे | भूतपूर्व सैनिकों की मेडिकल जरूरतों को पूरा करने के लिए एक मेडिकल कैम्प लगाया गया और भूतपूर्व सैनिकों के समस्या समाधान हेतु एक “समस्या समाधान सेल” भी स्थापित किया गया वर्ष 2018 भारतीय थल सेना द्वारा “विकलांग सैनिक वर्ष” के रूप में मनाया जा रहा है |
और परम्पराओं को बरकरार रखते हुए विकलांग सैनिकों को रैली के दौरान सम्मानित किया गया | इसमें विशेष रूप से तैयार स्कूटर, सिलाई मशीन, डिनर सेट और अन्य बहुत से अनुदान विकलांग सैनिकों, वीर नारियों और वीर माताओं को देकर उन्हें सम्मानित किया गया | भूतपूर्व सैनिकों को अपने संबोधन में, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, सुदर्शन चक्र कोर ने बताया कि भारतीय सेना और साथ ही साथ केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा भूतपूर्व सैनिकों को बहुत सी सुविधाएं दी जा रही हैं |
उन्होनें सभा में उपस्थित भूतपूर्व सैनिकों को आश्वासन दिलाया कि सेना एवं लोक प्रशासन द्वारा भूतपूर्व सैनिकों की समस्या – समाधान के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं उन्होंने रैली के सफल आयोजन में तहे दिल से सहायता देने के लिए लोक प्रशासन को धन्यवाद दिया|भूतपूर्व सैनिकों की भारी मात्रा में सकारात्मक प्रतिक्रिया और उनकी समस्याओं का तुरंत निवारण इस बात के साक्षी हैं कि रैली अपने तय किये उद्देश्य “सम्मान, सेहत, सहूलियत और सहायता” को प्राप्त करने में सफल रही |