बिलासपुर / लखनऊ : लोकसभा चुनाव 2019 के सेमीफाइनल के तौर पर देखे जाने वाले पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में से एक छत्तीसगढ़ में सत्ता में आने के लिए अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के साथ गठबंधन का ऐलान करने के बाद मायावती पूरजोर कोशिश में जुट गई हैं. शनिवार को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि इस विधानसभा चुनाव में गठबंधन की पूरी कोशिश होनी चाहिए कि हमारे यहां ज्यादा से ज्यादा उम्मीदवार जीत कर आएं और सरकार बन सके. बिलासपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि मैं अजीत जोगी जी (जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़) को विश्वास दिलाना चाहती हूं कि जो सम्मान आपको कांग्रेस पार्टी के साथ नहीं मिला, वह आपको बसपा के साथ मिलकर रहेगा. उन्होंने आगे कहा कि इस विधानसभा चुनाव में गठबंधन की पूरी कोशिश होनी चाहिए कि हमारे यहां ज्यादा से ज्यादा उम्मीदवार जीत कर आएं और सरकार बन सके.
बसपा प्रमुख मायावती ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वह कांग्रेस के साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव नहीं लड़ेंगी. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की जानकारी दी थी कि छत्तीसगढ़ में उनकी पार्टी अजीत जोगी की पार्टी के साथ चुनाव लड़ेगी. गौरतलब है कि अजीत जोगी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं.
मायावती ने कहा कि चुनाव के नजदीक राम मंदिर को कराने का अभियान कुछ ज्यादा जोर पकड़ रहा है. इस मामले में अब ये लोग (बीजेपी) उत्तर प्रदेश में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में एक नहीं अनेक राम मंदिरों का निर्माण क्यों ना कर लें तो भी इससे बीजेपी-आरएसएस के लोगों को राजनीतिक लाभ नहीं होने वाला है. गौरतलब है कि आज जिस रैली को मायावती संबोधित कर रही थीं, उस रैली में उसी मंच पर अजीत जोगी भी मौजूद थे.