अमेरिकी संसद में हंगामे के बाद अब कांग्रेस ने राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को स्वीकार कर लिया है। अब संयुक्त राज्य अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के लिए जो बाइडेन का रास्ता साफ हो गया। अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र ने कमला हैरिस की जीत भी पुष्टि कर दी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस दौरान कहा है कि 20 जनवरी को जो बाइडेन को सत्ता का ‘व्यवस्थित’ हस्तांतरण किया जाएगा।
ट्रंप के मीडिया सलाहकार डेन स्काविनो ने राष्ट्रपति का बयान जारी किया है। जिसमें ट्रंप ने कहा है ‘भले ही मैं चुनाव के परिणाम से पूरी तरह असहमत हूं, और सब कुछ मुझे याद है, फिर भी 20 जनवरी को एक व्यवस्थित परिवर्तन होगा। मैंने हमेशा कहा है कि हम अपनी कोशिश जारी रखेंगे।
अमेरिकी संसद के दोनों सदनों – प्रतिनिधि सभा और सीनेट ने एरिजोना में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत को दी गयी चुनौती खारिज कर दी है। सीनेट ने बाइडेन की एरिजोना में जीत के खिलाफ निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चुनौती खारिज कर दी है और कहा है कि एरिजोना के नतीजे मान्य हैं।
एरिजोना में चुनाव के नतीजों पर रिपब्लिकन सांसद पॉल गोसर और सीनेटर टेड क्रूज ने आपत्ति की थी जिसे छह के मुकाबले 93 मतों से खारिज कर दिया गया। इसके पक्ष में सभी रिपब्लिकन सांसदों के वोट मिलने की संभावना थी लेकिन कैपिटल बिल्डिंग में हिंसा की घटना के बाद सांसदों ने इस आपत्ति का समर्थन नहीं करने का फैसला किया। सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत है।
सीनेट ने बाइडेन के लिए पेंसिलवेनिया में इलेक्टोरल कॉलेज वोटों पर रिपब्लिकन पार्टी की आपत्ति भी खारिज कर दी। सीनेट के सदस्यों ने सात के मुकाबले 92 मतों से इस आपत्ति को नामंजूर कर दिया। सीनेट के बहुमत के नेता मिच मैककोनेल ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि किसी भी दूसरे राज्यों के नतीजों को चुनौती नहीं दी जाएगी।
इसका मतलब है कि पेंसिलवेनिया की चुनौती पर सदन की वोटिंग के बाद बाइडेन की जीत पर संसद की औपचारिक मुहर लग जाएगी। सीनेट ने बिना किसी चर्चा के ही पेंसिलवेनिया के वोटों को रद्द करने के प्रयासों को खारिज कर दिया।