वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान ने वादा किया है कि वह भारत में हमले करने वाले आतंकियों पर शिकंजा कसेगा. बॉल्टन ने ट्वीट किया है कि उन्होंने पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से बातचीत की है और ‘विदेश मंत्री ने आश्वासन दिया कि पाकिस्तान सभी आतंकवादियों के साथ मजबूती से निपटेगा और भारत के साथ तनाव को कम करने के लिए कदम बढ़ाएगा.’ बता दें, पाकिस्तान कश्मीर में आतंकियों के हमलों को समर्थन देता रहा है. पिछले महीने पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया गया था, इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे.
इसके बाद इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान बेस्ड आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. भारत ने इसका बदला लेने के लिए पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक करके आतंकियों को ठिकानों को उड़ा दिया था. इसके बाद दोनों परमाणु संपन्न देशों में तनाव बढ़ गया था. बॉल्टन ने ट्वीट में कहा कि कुरैशी के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद और पाकिस्तान से चल रहे अन्य आतंकियों संगठन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
इसके अलावा विदेश सचिव विजय गोखले और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के बीच सोमवार को हुई वार्ता में भारत और अमेरिका इस बात पर सहमत हुए कि पाकिस्तान आतंकवादी ढांचे को नेस्तनाबूद करने के लिए ‘संगठित कार्रवाई’ करे और अपनी सरजमीं पर सभी आतंकी संगठनों को पनाहगाह मुहैया करना बंद करे. पुलवामा आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच यह उच्चतम स्तर की बैठक है. गोखले और पोम्पियो ने विदेश नीति और सुरक्षा से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा की. विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि वे दोनों इस बात पर सहमत हुए कि पाकिस्तान को आतंकी ढांचों को नेस्तनाबूद करने और अपनी सरजमीं पर सभी आतंकी संगठनों के पनाहगाह को बंद करने के लिए ठोस कार्रवाई करने की जरूरत है. वे इस बात पर भी सहमत हुए कि जो लोग/देश किसी भी रूप में आतंकवाद का समर्थन करते हैं, या बढ़ावा देते हैं उन्हें जवाबदेह ठहराया जाए.