बॉलीवुड एक्ट्रेस मोनिका बेदी आज अपना 44वां बर्थ-डे सैलिब्रेट कर रही है। मोनिका अपनी फिल्मों की वजह से कम और अंडरवर्ल्ड डॉन अबु सलेम के साथ रिश्तों को लेकर ज्यादा चर्चा में रही। मोनिका ने फिल्मी करियर की शुरुआत 1995 में तेलुगु फिल्म ताज महल से की थी। उनकी पहली बड़ी फिल्म सुरक्षा थी, जिसमें उनके साथ सैफ अली खान थे। अक्सर अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में रहने वाली मोनिका का अफेयर दाऊद के दाहिने हाथ कहे जाने वाले अबू सलेम संग था। इसी प्यार के चलते उन्हें जेल तक बी जाना पड़ा।
लव स्टोरी
फिल्मफेयर कॉम और इंडिया-फोरम्स कॉम में छपे इंटरव्यू में मोनिका ने खुद अपनी और अबू की लव स्टोरी पर खुलकर बात की थी। उस वक्त मोनिका दुबई में थीं, एक स्टेज शो के दौरान इन दोनों की मुलाकात हुई थी, वहां पर अबू ने खुद को एक कारोबारी बताया था। शो से पहले अबू उनसे नाम बदलकर बातें करता था। लेकिन उसके बात करने का अंदाज ऐसा था कि पहली मुलाकात से पहले ही वो उसे पसंद करने लगी थीं। मोनिका बताया कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि किसी शख्स से फोन पर बातें करते-करते मैं उसे इस कदर पसंद करने लगूंगी कि बिना बात के रहा नहीं जाएगा। मैं ये नहीं कहूंगी कि मैं उसके प्यार में पड़ गई थी, लेकिन हां, ये जरूर है कि मैं उसे पसंद करने लगी थी। उनसे बातें करके लगता था कि जैसे वो बहुत ही क्लोज फ्रेंड हैं। मैं उनसे फोन पर अपनी सारी बातें शेयर करने लगी थी।
दुबई में शो के बाद हम दोनों इतने करीब आ गए कि अबु हर आधा घंटे में मुझे फोन लगा देते थे। दुबई में दो बार मिलने के बाद मैं मुंबई वापिस आई तो मैंने अबू को मुंबई आने के लिए कहा। लेकिन वो हमेशा कोई बहाना बना देते। अबु ने मुझे अपना नाम आर्सलन अली बताया था। लेकिन शुरुआती दिनों में मुझे नहीं पता था कि वो किस तरह का आदमी है, बस उसकी बातें दिल को छू जाती थीं। मैं पहली दफा उसके साथ दो-तीन दिन रहकर मुंबई वापिस आई तब भी मेरे साथ उसका अच्छा बर्ताव ही था। लेकिन जब मैं उसके साथ रहने लगी तब मुझे अहसास हुआ कि हम एक-दूसरे के लिए नहीं बने हैं। मुझे अहसास हुआ कि हम दोनों की सोच-समझ अलग है। तब मुझे लगा कि मैं उसके साथ नहीं रह पाउंगी लेकिन वो समझने को तैयार ही नहीं था।
दोनों हुए गिरफ्तार
इससे पहले कि मोनिका और अबू पुर्तगाल से निकल पाते 20 सितंबर 2002 को इंटरपोल ने दोनों को लिस्बन से गिरफ्तार कर लिया। दोनों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पुर्तगाल में घुसने के आरोप में जेल भी जाना पड़ा। साल 2006 में एक भारतीय कोर्ट ने मोनिका बेदी को जाली नाम से पासपोर्ट बनाने का दोषी पाया था। साल 2010 में सुप्रीम कोर्ट ने मोनिका की सजा तो बरकरार रखी लेकिन उसकी अवधि थोड़ी कम कर दी क्योंकि वो पहले ही सजा काट चुकी थी। फिलहाल मोनिका दिन दिनों फिल्मी पर्दे से दूर है।