हरियाणा: इंडियन नेशनल लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने एक षड़यंत्र के तहत उन्हें 10 साल के लिए जेल भिजवाया था। साथ ही यह भी दुष्प्रचार किया था कि आने वाले समय में इनेलो पूरी तरह समाप्त हो जाएगी। लेकिन 9 मार्च 2018 को दिल्ली में की गई रैली ने यह सिद्ध कर दिया कि संगठन पहले से भी ज्यादा मजबूत हो चुका है। इनेलो सुप्रीमो सोमवार को अंबाला में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। चौटाला ने कहा कि लोग सरकार के कुशासन से परेशान हैं और उन्हें इस कुशासन से छुटकारा व सम्मान केवल इनेलो पार्टी ही दिलवा सकती है। प्रदेश की जनता पूरी तरह बदलाव के मूड में है, लेकिन उनके पास देवी लाल व जय प्रकाश नारायण सरीखे के नेता नहीं हैं। चौटाला ने कहा कि इनेलो की सरकार के कार्यकाल में लोगों को मूलभूत सुविधाएं प्रदान करवाई गई थीं।
अब सत्ता में बैठे लोग जनता की परवाह किए बिना स्वयं सुख सुविधाएं भोगने में लगे हुए हैं और किसी भी सूरत में सत्ता छोड़ना नहीं चाहते। ऐसे सत्ता प्रेमियों को हटाने के लिए संगठन को मजबूत करना होगा। उन्होंने भाजपा सरकार का नाम लिए बिना कहा कि चुनावों के दौरान घोषणा पत्र में जो भी जनता के साथ वादे किए हुए थे। उनमें से एक भी वादा पूरा नहीं किया गया। प्रदेश की जनता सरकार की मनमर्जी व अनदेखी से आहत है और उसकी नजर केवल इनेलो पार्टी पर ही टिकी हुई है। पारिवारिक कलह पर ओपी चौटाला ने कहा कि गठबंधन टूटते और बनते रहते हैं, लेकिन उन्हें किसी से कोई द्वेष नहीं है। देवी लाल की नीतियों में विश्वास रखने वाला और उनका अनुसरण करने वाला कोई भी व्यक्ति संगठन के साथ जुड़ सकता है।
सभा को पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मक्खन सिंह लबाना, जगमाल रौलों, पाला राम वर्मा, राजबीर बराड़ा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में शीशपाल जंघेडी, शम्मी सौंडा, शशी केसरी, दया दुखेड़ी, दिलबाग दानीपुर, ओंकार सिंह, टीटू घई सहित बड़ी संख्या में इनेलो कार्यकर्ता उपस्थित थे। कार्यकर्ता मीटिंग में इनेलो सुप्रीमो के आने का समय करीब पांच बजे का था, लेकिन वह करीब साढ़े सात बजे सभा स्थल पर पहुंचे। ठंड के बावजूद कार्यकर्ता टस से मस नहीं हुए और कुर्सियों पर जमे रहे। जैसे ही ओमप्रकाश चौटाला सभा स्थल पर पहुंचे तो कार्यकर्ताओं ने जोर-शोर से नारे लगाने शुरू कर दिए।