झारखण्ड: चारा घोटाले मामले में जेल की सजा काट रहे राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की तीन मामलों में झारखंड उच्च न्यायालय में दायर जमानत याचिका शुक्रवार को सुनवायी के लिए नहीं आयी क्योंकि वे एकसाथ सूचीबद्ध नहीं थीं। अर्जी पर अब अगले सप्ताह सुनवायी होने की उम्मीद है क्योंकि तीनों में से मात्र एक मामला न्यायमूर्ति अपरेश कुमार सिंह की अदालत में सूचीबद्ध था। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने 11 दिसंबर को अदालत से अनुरोध किया था कि उनकी अधिक आयु और बीमारियों को देखते हुए उन्हें जमानत दे दी जाए।
प्रसाद ने अपनी अर्जी में कहा है कि वह 71 वर्ष के हैं और मधुमेह, रक्तचाप और अन्य बीमारियों से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें चारा घोटाले के चार मामलों में से एक में जमानत मिल गई है और इसलिए उन्हें अन्य मामलों में भी जमानत दी जाए। बता दें कि लालू यादव इन दिनों रांची के रिम्स में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। रिम्स के डॉक्टर डीके साहू ने उनकी स्वास्थ्य स्थिति पर कहा, ‘वह पिछले तीन महीनों से यहां भर्ती हैं। इस बार उन्हें चार तरह के संकमण हुए हैं। वह गुर्दे की गंभीर बीमारी और मुधुमेह से पीड़ित हैं। हम उन्हें अवसाद की दवाई भी दे रहे हैं। फिलहाल उनकी स्थिति स्थिर है।’