नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शासन में ईमानदारी की संस्कृति शुरू की है और भारत से बेईमानी करने वाला कोई व्यक्ति दुनिया में कहीं भी न तो छिप सकता है और ना ही कहीं भाग सकता है. जेटली ने यह टिप्पणी ऐसे समय की जब दुबई के कारोबारी राजीव सक्सेना और कारपोरेट उड्डयन लॉबिस्ट दीपक तलवार को भारत लाया गया. उन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया है. जेटली ने ट्वीट करके कहा कि संप्रग के बारे में हर दिन नये खुलासे हो रहे हैं. सभी रक्षा खरीदों में बिचौलियों की जरूरत क्यों थी? सक्सेना 3600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकाप्टर धन शोधन मामले में वांछित है जबकि तलवार विदेशी फंडिंग के रास्ते लिये गये 90 करोड़ रुपये से अधिक के कथित दुरुपयोग के मामले में ईडी और सीबीआई द्वारा वांछित है. जेटली ने कहा, ‘‘भारत से बेईमानी करने वाला न तो दुनिया में कहीं छिप सकता है और ना ही कहीं भाग सकता है.
भारत की कूटनीतिक ताकत और पहले से बेहतर अंतरराष्ट्रीय प्रक्रियाएं उन्हें हर हाल में पकड़ेंगी.” उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री ईमानदार हैं और अगर उन्होंने शासन में ईमानदारी की संस्कृति शुरू की है तो भारत से बेईमानी करने वाला कोई व्यक्ति भाग नहीं सकता. बता दें कि अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामले में बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण के करीब दो महीने बाद जांच एजेंसियां दो और आरोपियों को संयुक्त अरब अमीरात से नई दिल्ली लेकर आईं. दुबई स्थित अकाउंटेंट राजीव सक्सेना और कॉरपोरेट लॉबिस्ट दीपक तलवार को एक विशेष विमान में कथित तौर पर प्रवर्तन निदेशालय, वरिष्ठ विदेश मंत्रालय के अधिकारियों और अनुसंधान और विश्लेषण विंग या रॉ के अधिकारियों की एक टीम द्वारा भारत वापस लाया गया. राजीव सक्सेना को धन शोधन के आरोपों में उनकी भूमिका की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सौंपा गया है. अकाउंटेंट का भी काम करने वाले सक्सेना को दुबई के अधिकारियों द्वारा ईडी के आग्रह पर एक अदालत के गैरजमानती वारंट जारी करने के आधार पर भारत भेजा गया. इस मामले में सह आरोपी और कथित बिचौलिये ब्रिटिश नागरिक क्रिश्चियन जेम्स मिशेल को पिछले साल दिसंबर में दुबई से प्रत्यर्पित करके भारत लाया गया था. वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है.