राहुल यादव, लखनऊ/देवरिया।जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन नेजेई / एईएस , वेक्टर जनित संचारी रोगों के प्रभावी नियंत्रण हेतु अभी से कार्य योजना बनाकर तत्परता के साथ उस पर कार्य किए जाने का निर्देश जुड़े सभी विभागों के अधिकारियों को दिया है। उन्होंने कहा है कि बरसात में वेक्टर जनित बीमारियों का प्रकोप फैलने की संभावना प्रबल होती है , इसलिए अभी से इस संबंध में पूरी कार्य योजना बना ली जाए और उस पर कार्य किया जाए । इसमें किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही कदापि न बरती जाए । आज गूगल मीट के माध्यम से जुड़े सभी विभागों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे । उन्होंने कहा कि जेई / एईएस के प्रभावी नियंत्रण हेतु साफ – सफाई , शुद्ध पेयजल की उपलब्धता आदि बिंदुओं पर कार्य योजना बना ली जाए । गंबूजिया मछली के लिए तालाबों का चिन्हांकन कर लिया जाए तथा गांव में साफ – सफाई की भी कार्य योजना जिला पंचायत राज अधिकारी बना कर उसे सुनिश्चित कराएंगे।उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 2 वर्षों में इस बीमारी से प्रभावित गांव की सूची उपलब्ध कराई जाए , ताकि उस पर रणनीति तैयार कर कार्य योजना बनाई जा सके । निगरानी समिति कोविड -19 के साथ वेक्टर जनित बीमारियों के नियंत्रण में भी अपनी भूमिका निभाएंगे और सर्विलांस के कार्यों को प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित करेंगे । जिला कार्यक्रम अधिकारी , मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी , जिला पंचायत राज अधिकारी , मत्स्य अधिकारी सहित जुड़े सभी विभागों को इस बीमारी के नियंत्रण में उनके दायित्व से अवगत कराते हुए उसे पूरी तत्परता के साथ निर्वहन किए जाने का निर्देश संबंधित सभी अधिकारियों को दिया ।
जेई / एईएस बीमारी के नियंत्रण में सभी विभागों का अंतर विभागीय समन्वय जरूरी है , इसलिए वे आपसी समन्वय के साथ इसके लिए कार्य करें और जो भी कार्य योजना बने उस पर प्रभावी रूप से कार्य करना सुनिश्चित करेंगे । गूगल मीट की इस बैठक में सीडीओ शिव शरणप्पा जीएन , सीएमओ डा आलोक पांडेय , डिप्टी सीएमओ डा सुरेंद्र सिंह , डा राजेंद्र प्रसाद , डा अंकुर , जिला पंचायत राज अधिकारी आनंद प्रकाश , जिला कार्यक्रम अधिकारी कृष्ण कांत राय , प्रभारी चिकित्सा अधिकारी गण व अन्य स्वास्थ विभाग सहित जुड़े विभागों के अधिकारी कर्मचारी गण आदि इससे जुड़े रहे ।