द सतीश कौशिक एंटरटेनमेंट के साथ मिलकर जी स्टूडियोज ने अपनी आगामी हरियाणवी फिल्म ‘छोरियां छोरों से कम नहीं होतीं’ को 17 मई, 2019 को रिलीज करेगा। बता दें कि महिलाओं को सशक्त बनाने और लैंगिक समानता में एक कदम आगे बढ़ाने के विचार को प्रदर्शित करती राजेश अमरलाल बब्बर द्वारा निर्देशित इस फिल्म में सतीश कौशिक, अनिरुद्ध दवे, रश्मि सोमवंशी मुख्य भूमिकाओं में हैं। जी स्टूडियो के सीईओ शारिक पटेल ने कहा, ‘हम अपनी पहली हरियाणवी फिल्म पेश करने के लिए सतीश कौशिक से हाथ मिला कर खुश हैं। यह एक मार्मिक कहानी है,
जो हमारे समाज में लैंगिक समानता के महत्व को स्थापित करती है। इस फिल्म के साथ जी स्टूडियोज समाज के लिए बेहद जरूरी कहानियों को पेश करने की प्रतिबद्धता को जारी रखना चाहता है। निर्देशक राजेश अमरलाल बब्बर ने कहा, ‘यह बहुत गर्व की बात है कि मेरी फिल्म का टीजर पोस्टर आज आउट हो गया है। फिल्म नारी सशक्तिकरण के इर्द-गिर्द घूमती है और न केवल हरियाणा, बल्कि दुनिया के बाकी हिस्सों में यह संदेश फैलाने के लिए एक साहसिक कदम उठाती है कि एक लड़की का जीवन के किसी भी क्षेत्र में किसी लड़के से कम नहीं है।’अभिनेता सतीश कौशिक ने कहा, ‘फिल्म में जयदेव चौधरी के किरदार को निभाना कठिन था, क्योंकि यह एक ग्रे पार्ट था, लेकिन मुझे किरदार की गतिशीलता पसंद थी और एक ठेठ, रूढ़िवादी पिता की भूमिका निभाना वाकई बहुत अच्छा अनुभव था, जो हमेशा परिवार में एक बेटा की चाहत रखते थे।
हालांकि, यह एक ऐसा किरदार है जिससे शुरू में आप घृणा करेंगे, लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, वही किरदार एकएक प्यारा पिता बन जाता है। मुख्य अभिनेत्री रश्मि सोमवंशी, जिसने मेरी बेटी के किरदार को पर्दे पर साकार किया, और मुख्य अभिनेता अनिरुद्ध दवे के साथ, जो अपने टीवी शो ‘पटियाला बेब्स’ के लिए बहुत लोकप्रिय है, के साथ मेरी ऑनस्क्रीन केमिस्ट्री अद्भुत रही। निर्देशक राजेश बब्बर इस बात को लेकर बहुत स्पष्ट थे कि वह फिल्म कैसे बनाना चाहते हैं और मैं इस बात से बहुत प्रभावित हुआ कि उन्होंने इस तरह के अच्छे विषय को कैसे पर्दे पर उतारा।’निर्माता निशांत कौशिक कहते हैं, ‘‘तनु वेड्स मनु’, ‘दंगल’ और ‘सुल्तान’ के बाद हरियाणवी भाषा किसी भी अन्य भारतीय भाषा की तरह सबसे आगे आ गई है। हमें खुशी है कि पहली बड़ी हरियाणवी फिल्म का फर्स्ट लुक आज रिलीज हो गया है। हम सतीश कौशिक एंटरटेनमेंट के तहत जी स्टूडियो के साथ, हरियाणवी फिल्मों के लिए एक नया क्षेत्रीय बाजार और उद्योग बनाने की उम्मीद करते हैं।’