लखनऊ। उन्नाव में जबरन जय श्रीराम का नारे न लगाने पर मुस्लिम युवकों को पीटने की बात झूठी है, पुलिस जांच में ऐसा निकल कर आया है। यह युवकों का आपसी झगड़ा था जिसे सांप्रदायिक रंग देकर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया। इस मामले में हिरासत में लिए गए दोनों युवक शुक्रवार देर रात कोतवाली से रिहा कर दिए गए। सूबे के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पी वी रामा शास्त्री ने देर रात इस बात की तस्दीक की कि मदरसे के बच्चों के साथ हुए झगड़े में जय श्रीराम का नारा लगवाने की बात झूठी साबित हुई है। रामाशास्त्री ने कहा कि घटना केवल मारपीट तक की सीमित थी और इस दौरान जय श्री राम के नारे नहीं लगाए गए थे। लेकिन कुछ लोग इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे थे, जिसे पुलिस और प्रशासन ने विफल कर दिया है।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर पीवी राम शास्त्री और अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने इस मामले में लोकभवन के मीडिया सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए यह जानकारी दी थी। इसी तरह बीते दिनों एक और घटना सामने आई थी, जब मदरसे के छात्र ने आरोप लगाया था कि टेन में उससे कुछ लोगों ने जय श्रीराम का नारा लगवाया और पिटाई की। इस घटना पर मुस्लिम समाज में काफी रोष व्याप्त था। पुलिस ने मामले की जांच पड।ताल शुरू की तो युवक का आरोप झूठा साबित हुआ। युवक यह कहानी मदरसे में पढ़ाई छुटकारा पाने के लिए गढ़ी थी। क्योंकि वह पढ़ना नहीं चाहता था। पुलिस प्रशासन को ऐसे में मामलों की तह तक जाने की जरूरत कि आखिर कौन लोग देश के सांप्रदायिक सौहार्द के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। आपस के मामूली झगड़े को भी सांप्रदायिक रंग देने का यह प्रयास निंदनीय है। इसके साथ ही हिन्दूवादी संगठनों के ऐसे लोगों के साथ भी सख्ती के साथ पेश आना चाहिए जो जय श्रीराम के नारे को बदनाम कर रहे हैं।
उन्नाव में कोतवाली इलाके में गुरुवार को क्रिकेट खेल रहे मदरसे के चार छात्रों से मारपीट का मामला सामने आया था। आरोप है कि हमलावरों ने जबरन जयश्री राम के नारे लगवाए। छात्रों के कपड़े फाड़ दिए। पुलिस ने मामला दर्ज कर भाजपा युवा मोर्चा व बजरंग दल के दो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद बजरंग दल समेत अन्य संगठन के कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी के विरोध में कोतवाली का घेराव किया था। मदरसे के मौलाना निशार मिस्बाही का कहना था कि दोपहर को मदरसे के करीब 15 छात्र जीआईसी मैदान में क्रिकेट खेल रहे थे। तभी वहां 4 लड़के आए और छात्रों से जबरन जय श्रीराम के नारे लगाने को कहा। लेकिन, जब छात्रों ने नारे नहीं लगाए तो उन्हें जमकर पीटा और कपड़े भी फाड़ दिए। आरोपियों की पहचान क्रांति व आदित्य शुक्ला के रुप में हुई है। क्रांति भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा का जिला मंत्री है। जबकि आदित्य शुक्ला बजरंग दल का कार्यकर्ता बताया जा रहा है। त्यागी ने बताया कि मदरसे के छात्रों से जबरन जयश्री राम कहने की बात की जांच की जा रही है।