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जमीन पर बैठकर भोजन करने से आपको मिलेंगे ये 6 जबरदस्त फायदेे

जमीन पर बैठकर भोजन करना भारतीय संस्कृति का एक अटूट हिस्सा है। जिसे आज की पीढ़ी नाम देकर नकारती जा रही है। तो चलिए आज आपको जमीन पर बैठकर भोजन करने के फायदों के बारे में बताते हैं।जब हम जमीन पर बैठकर भोजन करते हैं तो हम चैकड़ी लगाकर बैठते हैं। आयुर्वेद के अनुसार चैंकड़ी लगाकर बैठकर भोजन करने को सुखासन का नाम दिया जाता है। सुखासन में बैठकर भोजन करने से आपका डाइजेशन एक दम सही रहता है। खाया हुआ भोजन जब आसानी से हजम होगा तो उसके पोषक तत्व आपको उतना ही ज्यादा फायदा करेंगे।
वजन रखे बैलेंस
जब आप जमीन पर बैठकर भोजन करते हैं तो आपका पूरा ध्यान खाने में होता है। जिस वजह से खाया हुआ भोजन अच्छे से पचता है और मोटापे से बचे रहते हैं। इस तरह जमीन पर बैठकर भोजन करने से आपको मन शांत रहता है साथ ही आपका पेट जल्द भर जाता है, जो आपके वजन को बैलेंस रखने में मदद करता है। जब हम कुर्सी-टेबल पर बैठकर भोजन करते हैं तो हम जरुरत से अधिक भोजन खा लेते हैं, मगर जमीन पर बैठकर भोजन करने से हम जरुरत से ज्यादा खाना नहीं खा पाते।
स्ट्रेस-फ्री
जमीन पर बैठकर भोजन करने से आपका शरीर तनाव से दूर रहता है। साथ ही जिनके शरीर में दर्द रहता है उनके लिए भी जमीन पर बैठकर भोजन करना फायदेमंद रहता है। जमीन पर बैठकर भोजन करने से आप कंफर्टेबल फील करते हैं, जिस वजह से खाया हुआ भोजन आपको सेहत के साथ-साथ खुशी भी देता है।सही पोस्चर
आपकी बॉडी का सही पोस्चर आपको अनेक बीमारियों से बचाकर रखता है। जिस वजह से आगे चलकर आपको ज्वाइंट पेन जैसी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता। इस तरीके से बैठने से आपकी रीढ़ की हड्डी के निचले भाग पर जोर पड़ता है, जिससे आपके शरीर को आरामदायक अनुभव होता है। इससे आपकी सांस थोड़ी धीमी पड़ती है, मांसपेशियों का खिंचाव कम होता है और रक्तचाप में भी कमी आती है।
लंबी आयु
यूरोपियन स्टडी के मुताबिक, जमीन पर बैठकर भोजन करने वाले लोग अन्य लोगों के मुकाबले लंबा जीते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि जमीन पर बैठकर भोजन करने से आपकी बॉडी में फ्लैक्सीबिलटी बनी रहती है। जिस वजह से आपको जिंदगी में कभी भी चलने-फिरने के लिए किसी और व्यक्ति का सहारा लेने की जरुरत नहीं पड़ती। स्टडी बताती है कि 60 के बाद बिना सहारे के चलने फिरने वाले लोग दूसरे व्यक्तियों के मुकाबल तन ज्यादा जीते हैं।
घुटनों के लिए फायदेमंद
जमीन पर बैठकर भोजन करने से आपके घुटने हमेशा स्ट्रांग रहते हैं। जब हम खाना खाने के लिए बैठते हैं या फिर उठते हैं तो हमारे घुटने स्ट्रेच होते हैं जिस वजह से हमारे घुटनों में हमेशा एक लचक बनी रहती है।
दिल की मजबूती
सही पोस्चर में बैठने से आपके शरीर में रक्त का संचार बेहतर होता है और साथ ही साथ आपको नाड़ियों में दबाव भी कम महसूस होता है। पाचन क्रिया में रक्त संचार का एक अहम रोल है। पाचन क्रिया को सुचारू रूप से चलाने में हृदय की भूमिका अहम होती है। जब भोजन जल्दी पच जाएगा तो हृदय को भी कम मेहनत करनी पड़ेगी।

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