हरियाणा: बेटे ने जमीन अपने नाम नहीं करने से खफा होकर पिता की डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी और शव को घर के आंगन में दबा दिया। आरोपी सोनू और उसके साले राहुल ने वारदात को 17 दिसंबर को अंजाम दिया था। पुलिस ने सोनू को गिरफ्तार कर उसकी निशानदेही पर 20 दिन बाद रविवार को शव को आंगन से बरामद किया है। आरोपी को सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा। राहुल फरार है। पुलिस ने सतबीर की बेटी मुकेश रानी के बयान पर सोनू और नियाणा गांव निवासी उसके साले राहुल के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार, गांव हसनगढ़ निवासी सतबीर उर्फ भीरा (56) अपने सबसे छोटे बेटे सोनू (26) के डर से पिछले छह महीने से गांव कल्लर भैणी के एक ढाबे पर रहता था।
सतबीर के नाम नौ एकड़ जमीन है और तीन एकड़ जमीन उसके भाई की भी उसी के पास थी। लंबे समय से सोनू अपने हिस्से की जमीन अपने नाम करवाने के लिए सतबीर पर दबाव बना रहा था। बताते हैं कि जमीन नाम नहीं करने पर सोनू ने सतबीर के साथ कई बार मारपीट की थी। सतबीर की पत्नी का कई साल पहले निधन हो चुका है। पुलिस के अनुसार, 17 दिसंबर को सोनू और उसका ममेरा साला कल्लर भैणी होटल पर गए और सतबीर के साथ मारपीट कर उसे साथ ले गए। सोनू और राहुल ने घर पर सतबीर की डंडों से पीटकर सतबीर की हत्या कर दी और घर के आंगन में गड्ढा खोदकर शव को दबा दिया। कई दिनों से जब सतबीर का पता नहीं चला तो 31 दिसंबर को सतबीर की बेटी सिंघवा निवासी मुकेश रानी ने बरवाला पुलिस स्टेशन में सतबीर के लापता होने की रपट दर्ज करवाई।
पुलिस ने जब मामले की छानबीन की तो सोनू के घर के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि सतबीर को अंतिम बार सोनू के घर आते देखा गया था। इसके बाद वह दिखाई नहीं दिया। इसके बाद पुलिस को सोनू पर शक हुआ। इस बीच पुलिस ने ढाबे के संचालक से भी पूछताछ की। सोनू को काबू कर पूछताछ की गई तो उसने वारदात कबूल ली। पुलिस ने सोनू को हिरासत में लेकर उसकी निशानदेही पर सोनू से गड्ढे को खुदवाया और शव को बरामद किया। सोनू व राहुल ने जिस समय वारदात को अंजाम दिया, उस वक्त घर में कोई नहीं था। सोनू की पत्नी मायके गई हुई थी। सतबीर के तीन बेटे और दो बेटियां हैं। सभी विवाहित हैं। एक बेटा सुभाष अपनी बुआ के पास रहता है, जबकि मोनू खेत में बनी ढाणी में रहता है। सबसे छोटा बेटा सोनू गांव में रहता है। रविवार को पुलिस सतबीर के शव की बरामदगी के लिए गई तो उस दौरान नायब तहसीलदार प्रकाशवीर, डीएसपी जयपाल सिंह व थाना प्रभारी प्रहलाद सिंह मौजूद रहे।