अशाेक यादव, लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पिछले 30 साल से उर्वरक कारखाना बंद पड़े रहने के लिये पिछली सरकारों की मंशा को दोषी ठहराते हुये मंगलवार को कहा कि जनहित के कामों के लिये सरकार की सोच जब ईमानदार होती है तो कोई भी बाधा रुकावट नहीं डाल सकती।
मोदी ने यहां उर्वरक कारखाने, नवनिर्मित एम्स और आइसीएमआर के अत्याधुनिक शोध केन्द्र सहित अन्य विकास परियोजनाओं का लोकार्पण करते हुये कहा, “जब गरीब-शोषित-वंचित की चिंता करने वाली सरकार होती है, तो वो परिश्रम भी करती है, परिणाम भी लाकर दिखाती है।
उन्होंने कहा कि गोरखपुर में उर्वरक कारखाना, एम्स और मेडिकल रिसर्च सेंटर का शुरू होना एक संदेश दे रहा है कि जब डबल इंजन की सरकार होती है तो काम भी तेज होता है। जब सोच ईमानदार हो तो कोई भी रुकावट बाधा नहीं डाल सकती।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और डा दिनेश शर्मा सहित केन्द्र और राज्य सरकार के विभिन्न मंत्री एवं वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
साथ पीएम ने कहा, “पांच साल पहले मैं यहां एम्स और खाद कारखाने का शिलान्यास करने आया था। आज इन दोनों का एक साथ लोकार्पण करने का सौभाग्य भी आपने मुझे ही दिया है। आइसीएमआर के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर को भी आज अपनी नई बिल्डिंग मिली है। मैं यूपी के लोगों को बधाई देता हूं।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत पूर्वांचल में बोली जाने वाली भोजपुरी भाषा में करते हुये धर्म और आध्यात्म की नगरी गोरखपुर के लोगों को देवतुल्य बताकर उनका अभिवादन किया। मोदी ने देश में उर्वरक के दुरुपयोग को रोकने के लिये किये गये उपायों का जिक्र करते हुये कहा, ‘‘हमने यूरिया का गलत इस्तेमाल रोका, यूरिया की 100 प्रतिशत नीम कोटिंग की।