अशाेक यादव, लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं से कहा कि वह जनता के बीच जाएं। उन्हें शासन की योजनाओं की खूबियां बताएं। योजनाओं पर वह उनसे विस्तार से चर्चा करें। ऐसा करके ही वह जनता को अपना बना सकते हैं और जनता भी उन्हें अपना समझेगी। इस क्रम में उन्होंने उन योजनाओं की चर्चा की जो युवाओं के विकास और रोजगार के लिए उपयोगी साबित हो रही हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री स्टार्टअप योजना, एक जिला एक उत्पाद व कन्या सुमंगला योजना आदि की खूबियों को विस्तार से बताया।
सीएम योगी रविवार शाम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, गोरक्षप्रांत के 61वें त्रिदिवसीय प्रांतीय अधिवेशन के समापन सत्र को संबोधित कर रहे थे। योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में आयोजित अधिवेशन में सीएम योगी ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की चर्चा करते हुए कहा कि विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं का यह दायित्व है कि वह विद्यार्थियों से नीति के मसौदे पर चर्चा करें और उन्हें बताएं कि किस तरह से यह नीति उनके लिए सर्वांगीण विकास की राह खोलेगी। यह भी बताएं कि यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति ही भरत को एक बार फिर विश्वगुरु बनाएगी।
उन्होंने कहा कि सुशासन के लिए युवाओं का साथ बहुत जरूरी है। युवाओं को अपनी यह जिम्मेदारी समझनी होगी। चुनौतियों में अवसर तलाश कर आगे बढऩा होगा। इस क्रम में मुख्यमंत्री ने कोरोना काल की चर्चा करते हुए कहा कि जब पूरी दुनिया और यहां तक कि अमेरिका जैसे सशक्त देश ने बीमारी के आगे समर्पण कर दिया था, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने बड़े-बड़े साधन सम्पन्न देशों को आपदा प्रबंधन का पाठ पढ़ाया। ऐसा चुनौतियों को अवसर में बदलने से ही संभव हो पाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी देश विदेशी नकल से आत्मनिर्भरता का लक्ष्य हासिल नहीं कर सकता है। इसके लिए अपनी सभ्यता और संस्कृति में ही विकल्प खोजना होगा। यही कार्य प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश में हो रहा है और भारत आत्मनिर्भरता की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है। आत्मनिर्भरता को लेकर मुख्यमंत्री ने एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना की विस्तार से चर्चा की।
काकोरी क्रांति के महानायक पं. राम प्रसाद बिस्मिल के बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए मुख्यमंत्री ने विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं को उनसे राष्ट्र के प्रति समर्पित होने के लिए प्रेरित किया। इस क्रम में उन्होंने क्रांति के अन्य नायकों ठाकुर रोशन सिंह, अशफाकउल्ला खां, राजेंद्र लाहिड़ी और चंद्रशेखर आजाद को भी याद किया। मुख्यमंत्री ने आजादी की पहली लड़ाई के दौरान पूर्वांचल में क्रांति का बिगुल फूंकने वाले मंगल पांडेय और बंधु सिंह की चर्चा कर कार्यकर्ताओं में जोश भरा।