चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 131) और शेल्डन जैक्सन (100) के शतकों की बदौलत सौराष्ट्र ने तीसरी बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में स्थान बना लिया. एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में दूसरे सेमीफाइनल के पांचवें दिन सौराष्ट्र ने मेजबान कर्नाटक को 5 विकेट से मात दी. अब तीन फरवरी से शुरू हो रहे फाइनल में सौराष्ट्र का मुकाबला विदर्भ से होगा. पिछले सात वर्षों में सौराष्ट्र की टीम तीसरे रणजी ट्रॉफी फाइनल में पहुंची है. विदर्भ ने पहले सेमीफाइनल में केरल को पारी एवं 11 रनों से हराया था. सौराष्ट्र की जीत में पुजारा और जैक्सन के बीच चौथे विकेट के लिए 214 रनों की साझेदारी निर्णायक साबित हुई. चौथे दिन का खेल खत्म होने तक उसने दूसरी पारी में तीन विकेट गंवाकर 224 रन बनाए थे और उसे जीते के लिए 55 रनों की दरकार थी. सौराष्ट्र ने मैच के आखिरी दिन पांच विकेट खोकर 279 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया. सोमवार को आर. विनय कुमार ने 237 रनों के स्कोर पर जैक्सन-पुजारा की साझेदारी तोड़ी. विनय ने शतकवीर जैक्सन को बोल्ड किया,
लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. कर्नाटक ने इसके बाद एक और विकेट गंवाकर जीत के लिए आवश्यक रन बना लिये. दिलचस्प बात है कि इस लक्ष्य का पीछा करते हुए सौराष्ट्र की टीम महज 23 रन पर तीन विकेट खो बैठी थी, जिसके बाद पुजारा और जैक्सन क्रीज पर उतरे इन दोनों ने गजब की बल्लेबाजी की और टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया. हाल में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम की टेस्ट सीरीज में जीत के नायक रहे पुजारा ने जिम्मेदारी से खेलते हुए 49वां प्रथम श्रेणी शतक जमाया, तो जैक्सन अपने 16वां प्रथम श्रेणी सैकड़ा जड़ा. पुजारा ने 266 गेंद का सामना करते हुए अपनी नाबाद शतकीय पारी के दौरान 17 चौके जमाए, जबकि जैक्सन ने 217 गेंदों की पारी में 15 बार गेंद बाउंड्री के पार कराई. सौराष्ट्र ने पहला विकेट पहले ही ओवर में सलामी बल्लेबाज हार्विक देसाई (09) के रूप में गंवाया, जो अभिमन्यु मिथुन की गेंद पर आउट हुए. इसके बाद विनय कुमार ने विकेटकीपर बल्लेबाज स्नेल पटेल और विश्वराज जडेजा को पवेलियन भेजकर सौराष्ट्र को बड़े झटके दिए. ये दोनों एक भी रन नहीं बना सके, पुजारा और जैक्सन ने मिलकर टीम को इन शुरुआती झटकों से उबारा.