पंजाब: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पंजाब का माहौल बिगाड़ने के लिए बब्बर खालसा की साजिश का पर्दाफाश हुआ है। पंजाब के स्पेशल ऑपरेशन सेल ने रविवार को मोहाली फेज-6 स्थित दारा स्टूडियो के पास से गिरफ्तार किया है। वे यूरोप में बैठे अपने आका के हुक्म पर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। उनके निशाने पर हिंदू नेताओं के अलावा बेअदबी के आरोपी और डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी थे। वहीं, दिल्ली निवासी सहित तीन की गिरफ्तारी बाकी है।
स्पेशल ऑपरेशन सेल के एआईजी वरिंदर पाल सिंह ने बताया कि उनकी टीम को एक आतंकी मॉड्यूल की धरपकड़ में कामयाबी मिली है। आतंकियों की पहचान गुरप्रीत सिंह निवासी चंडीगढ़, करमजीत सिंह निवासी मोगा (पंजाब), लवप्रीत सिंह निवासी संगरूर (पंजाब), हरविंदर सिंह निवासी पंचकूला (हरियाणा), सुल्तान सिंह निवासी कुरुक्षेत्र (हरियाणा) के तौर पर हुई है। इनके अलावा रूपिंदर सिंह निवासी कुरुक्षेत्र(हरियाणा), दलेर सिंह बंटी निवासी रोहिणी (दिल्ली) और रणजीत सिंह उर्फ पखोके निवासी गुरदासपुर (पंजाब) की गिरफ्तारी बाकी है।
पखोके खालिस्तान टाइगर फोर्स का पूर्व प्रमुख है और इस समय जर्मनी में रह रहा है। इन आठों आतंकियों के खिलाफ मोहाली के स्पेशल आपरेशन सेल के थाने में मामला दर्ज किया गया है। कट्टरपंथी विचारधारा से जुड़े इन आतंकियों का इरादा चुनावी माहौल में राज्य के सांप्रदायिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाना था। इनके तार कश्मीर के आतंकवादी संगठनों से जुड़े बताए जा रहे हैं। गिरफ्तारी से पहले भी वे वारदात को अंजाम देने के लिए फंड जुटाने में लगे थे। उनके पास से 32 बोर की पिस्टल, मैगजीन, 4 कारतूस के अलावा बब्बर खालसा इंटरनेशनल के 15 लेटर पैड बरामद हुए हैं।