मुंबई: लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है. कांग्रेस नेता सुजय विखे पाटिल मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो सकते हैं. सुजोय महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटिल के बेटे हैं और पेशे से न्यूरोसर्जन हैं. बताया जा रहा है कि वह अहमदनगर सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं, लेकिन कांग्रेस ने उन्हें वहां से उम्मीदवार नहीं बनाया. पिछले चुनाव में अहमदनगर सीट कांग्रेस ने अपने सहयोगी दल नेशनल कांग्रेस पार्टी को दी थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और एनसीपी में सीटों का बंटवारा हो चुका है.
कांग्रेस ने अपने पास 26 सीटें बरकरार रखी हैं, वहीं एनसीपी को 22 सीटें दी हैं. लेकिन एनसीपी अहमदनगर सीट सुजोय पाटिल को नहीं देना चाहती. बताया जा रहा है कि शरद पवार की पार्टी राकांपा से राधाकृष्ण विखे पाटिल ने आग्रह किया था कि उनके बेटे के लिए अहमदनगर लोकसभा सीट छोड़ दी जाए, लेकिन एनसीपी उनका आग्रह ठुकरा दिया. जिला भाजपा के एक नेता ने बताया कि सुजय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस की मौजूदगी में मंगलवार को भाजपा में शामिल होंगे. दिलीप गांधी अहमदनगर लोकसभा सीट से भाजपा के निवर्तमान सांसद हैं.
पिछले महीने महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख अशोक चव्हाण ने कहा था कि राधाकृष्ण विखे पाटिल को अपने बेटे को मनाना चाहिए. उन्होंने कहा था, ‘सुजोय को मालूम होना चाहिए कि उनकी गुहार पर कांग्रेस पार्टी विचार कर रही है. मैंने उनके पिता को भी सुझाया है कि उन्हें अपने बेटे को मनाना चाहिए.’ सुजय ने पहले कहा था कि अगर कांग्रेस पार्टी से उन्हें टिकट नहीं मिलता है तो वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके भाजपा ज्वाइन करने के कयासों के बीच उन्होंने पिछले सप्ताह उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेता गिरिश महाजन से मुलाकात की.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ मुलाकात के दौरान भाजपा नेताओं ने सुजय के एंट्री का विरोध कियिा है. पार्टी नेता चाहते हैं कि उन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट देने से पहले उन्हें भाजपा के लिए काम करना चाहिए.महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव चार चरणों में होंगे. पहले चरण यानी 11 अप्रैल को विदर्भ क्षेत्र में मतदान होगा, जबकि मुंबई की सभी सीटों पर 29 अप्रैल को मतदान होगा. महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीट हैं जो उत्तर प्रदेश की 80 सीटों के बाद सबसे ज्यादा हैं. आम चुनाव का कार्यक्रम सात चरणों में मुकम्मल होगा जिसका शंखनाद 11 अप्रैल से होगा. पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल, दूसरे का 18 अप्रैल, तीसरे का 23 अप्रैल, चौथे का 29 अप्रैल, पांचवें का छह मई, छठे का 12 मई और अंतिम यानी सातवें चरण का मतदान 19 मई को होगा. वहीं सभी चरणों के लिए मतगणना एक ही दिन 23 मई को होगी.