नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव में समर्थन जुटाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) दिल्ली में करीब 11 हजार स्वयंसेवक 70 हजार बैठक करेंगे. दिल्ली के 14 हजार बूथों पर पांच-छह प्रमुख लोगों से संपर्क साधा जा रहा है. इतना ही नहीं, छह पन्ने की बुकलेट भी बांटी जा रही है. इसमें यूपीए और एनडीए सरकारों के दौरान देश में आए परिवर्तनों को रेखांकित किया गया. बुकलेट में पिछले पांच साल में कश्मीर को छोड़ पूरे देश में कहीं भी आतंकवादी हमला या बम विस्फोट न होना,
कांग्रेस की ओर से हेट स्पीच और मॉब लिचिंग के खिलाफ कानून की बात कर बहुसंख्यकों को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास, वैसा ही जैसे यूपीए टू के समय सांप्रदायिक हिंसा कानून में हिंदुओं को दोषी मानने की बात थी. ऐसी तमाम बातों का बुकलेट में जिक्र है. बुकलेट में विदेशी मेहमानों को सरकार की ओर से श्रीमद्भगवत गीता भेंट करना, पार्कों में योग होना आदि जैसी बातों का जिक्र किया जा रहा है. आरएसएस (RSS) लोगों को अधिक से अधिक संख्या में निकल कर मतदान के लिए प्रेरित कर रहा है. लोगों से नोटा का इस्तेमाल न करने की अपील की जा रही है. उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में भी संघ के स्वयंसेवक इसी तरह की मुहिम में जुटे हैं.