नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मऊ में चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा प्रहार किया. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी उत्तर प्रदेश के लोगों को बाहरी बताती हैं, लेकिन बसपा सुप्रीमो मायावती उनका ही समर्थन कर रही हैं. मायावती को उत्तर प्रदेश वालों की चिंता नहीं है, बल्कि वो कुर्सी का खेल खेलने में लगी हैं. पीएम मोदी ने कहा कि जो महामिलावटी महीने भर पहले तक मोदी हटाओ का राग अलाप रहे थे, वो आज बौखलाए हुए हैं. उनकी पराजय पर देश ने मुहर लगा दी है.
उत्तर प्रदेश ने तो इनका सारा गुणा गणित ही बिगाड़ दिया है. महागठबंधन पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश इन महामिलावटी लोगों की सच्चाई पहले दिन से जानता है कि मोदी हटाओ का नारा तो महामिलावटियों का बहाना था, असल में इन्हें अपने अपने भ्रष्टाचार के पाप को छुपाना था. ये कोशिश कर रहे हैं कि देश में जैसे-तैसे खिचड़ी सरकार बन जाए. ये एक मजबूर सरकार चाहते थे, जिसे वो अपनी जरूरत के हिसाब से ब्लैकमेल कर सकें. पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा बसपा ने जाति के आधार पर एक अवसरवादी गठबंधन किया. लखनऊ में एसी कमरें में बैठकर तो डील हो गई,
लेकिन जमीन से कटे हुए ये नेता अपने कार्यकर्ताओं को भूल गए. जिसका ये नतीजा निकला कि सपा और बसपा के कार्यकर्ता आज भी एक दूसरे पर हमले कर रहे हैं. इन लोगों ने कुछ जातियों को अपना गुलाम समझ लिया था. उत्तर प्रदेश के लोग साल 2014 में पहली बार समझाने और 2017 में दूसरी बार समझाने के बाद 2019 में अच्छे से समझाने जा रहे हैं कि जातियां किसी की गुलाम नहीं हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘अब बुआ हो या बबुआ हो, इन लोगों ने खुद को गरीबों से इतना दूर कर लिया है, इन्होने अपने आसपास पैसे की, वैभव की और अपने दरबारियों की इतनी बड़ी दीवार खड़ी कर ली है कि अब इन्हें गरीबों का दुख नजर नहीं आता.
मैं उन किसान परिवारों के बैंक खाते में सीधी मदद देने में जुटा हूं, जिन्हें छोटे-छोटे खर्च के लिए भी कर्ज लेना पड़ता था. कुछ दिन पहले राजस्थान के अलवर में एक दलित बेटी के साथ गैंगरेप किया गया था. वहां बहन जी के समर्थन से कांग्रेस की सरकार चल रही है. कांग्रेस की सरकार ने चुनाव को देखते हुए उस दलित बेटी के साथ हुए इस राक्षसी अपराध को छिपाने की कोशिश की.’ पीएम मोदी ने कहा, ‘बहन जी सब जानती हैं, लेकिन कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस लेने के बजाय वो मोदी को गालियां देने में जुटी हैं. मैं यहां की और पूर्वांचल की महिलाओं को विशेष आग्रह करूंगा कि वो ऐसे महिला विरोधी दलों के खिलाफ पूरी ताकत से मतदान करे.
महिलाओं की गरिमा और उनकी मर्यादा एवं हितों के लिए मतदान करें. महिला सुरक्षा के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है. आजादी के इतिहास में पहली बार, रेप केस में फांसी की सज़ा का प्रावधान इस चौकीदार ने किया है.’ पीएम मोदी ने कहा कि सपा-बसपा ने यहां से ऐसे उम्मीदवार को टिकट दिया है, जो बलात्कार के आरोप में भगोड़ा है. समाजवादी पार्टी का इतिहास तो लोग जानते हैं, लेकिन बहन जी आप क्या ऐसे उम्मीदवार के लिए वोट मांगेगी? कमल के निशान पर बटन दबाने का मतलब है, बलात्कारियों को फांसी की सज़ा. कमल के निशान पर बटन दबाने का मतलब है, हर घर शौचालय, हर घर में पानी की सुविधा. मोदी ने कहा, ‘बहन मायावती ने पश्चिम बंगाल को लेकर मुझ पर निशाना साधा है. चुनाव आयोग को भी आड़े हाथों लिया है. जिस तरह ममता दीदी वहां पर यूपी-बिहार और पूर्वांचल के लोगों पर निशाना साध रही हैं,
मुझे लगा बहन मायावती इस पर ममता दीदी को जरूर खरी-खोटी सुनाएंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कुछ महीने पहले जब पश्चिम मिदनापुर में मेरी सभा थी तो वहां TMC के गुंडों द्वारा अराजकता फैलाई गयी थी. इसके बाद ठाकुरनगर में तो ये हालत कर दी गई थी कि मुझे अपना संबोधन बीच में छोड़कर मंच से हट जाना पड़ा था.’ पीएम मोदी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के गुंडों की ये दादागीरी परसों रात भी देखने को मिली है. परसों कोलकाता में अमित शाह के रोड शो के दौरान टीएमसी के गुंडों ने ईश्वर चंद विद्यासागर की मूर्ति को तोड़ दिया. ऐसा करने वालों को कठोर से कठोर सज़ा दी जानी चाहिए. सत्ता के नशे में ममता दीदी लोकतंत्र विरोधी मानसिकता में बंगाल में सब कुछ कर रही है. दीदी का रवैया तो मैं बहुत दिनों से देख रहा हूं, अब इसे पूरा देश भी देख रहा है.