बीजिंग। चीन ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए बड़े लक्ष्य को हासिल कर लिया है। कम्युनिस्ट देश में अब तक 1 अरब से ज्यादा टीके लगाए जा चुके हैं। इसके साथ ही कोरोना से जंग में पड़ोसी मुल्क ने एक बड़ी सफलता हासिल कर ली है। बीते कुछ महीनों में चीन में टीकाकरण अभियान ने तेजी पकड़ी है।
चीन का कहना है कि वह कोरोना के नए वैरिएंट्स से बचने के लिए तेजी से टीकाकरण कर रहा है। चीन के नेशनल हेल्थ कमिशन ने रविवार को 1 अरब टीके दिए जाने की बात कही। यही नहीं 10 करोड़ टीके तो बीते 5 दिनों में ही लगाए गए हैं। हालांकि चीन की ओर से यह जानकारी नहीं दी गई है कि कितने लोगों का पूरी तरह से वैक्सीनेशन हो गया है।
मार्च के आखिरी दिनों से ही चीन ने टीकाकरण का अभियान तेज कर दिया था। चीन ने 100 मिलियन से 200 मिलियन तक पहुंचने में सिर्फ 25 दिनों का वक्त लिया था। यही नहीं अगले 100 मिलियन डोज का टारगेट तो उसने महज 16 दिनों में ही हासिल कर लिया था। इसके बाद 800 से 900 मिलियन डोज तक पहुंचने में सिर्फ 6 दिनों का ही वक्त लिया था।
शिन्हुआ न्यूज एजेंसी के मुताबिक सरकार ने इसे चीन का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान बताया है। दुनिया भर की बात करें तो ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 2.59 अरब टीके लग चुके हैं। इस लिहाज से देखें तो दुनिया में लगे कुल टीकों के 35 फीसदी चीन में ही लगाए गए हैं।
कुल 180 देशों में यह टीककरण अभियान जारी है। इसी महीने की शुरुआत में चीन के विदेश मंत्रालय ने बताया था कि देश में मौजूद 2 लाख विदेशी लोगों को भी कोरोना टीका लगाया गया है। चीनी अथॉरिटीज का कहना है कि उसकी 70 फीसदी आबादी को इस साल के अंत तक टीका लग सकता है।
नेशनल हेल्थ कमिशन के डिप्टी हेड जेंग यिक्शिन ने कहा, ‘बड़े पैमाने पर चीन में चल रहे टीकाकरण अभियान से यह पता चलता है कि चीन में बनी वैक्सीन्स पूरी तरह से सेफ हैं। चीन में बीते साल कुल 21 वैक्सीन्स का क्लीनिकल ट्रायल हुआ था।’