नई दिल्ली: हिन्द महासागर में अमेरिका, जापान और भारत की नौसेना ने युद्ध अभ्यास किया. इसे समंदर में चीन की दादागिरी को चुनौती देने को कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है. दक्षिण चाइना सी के बाद हिंद महासागर में चीनअपना दखल बढ़ाने की कोशिश में है, ऐसे में मालाबार युद्ध अभ्यास की अहमियत और बढ़ जाती है. इस नौसेना अभ्यास में शामिल
अमेरिकी एयरक्राफ़्ट कैरियर निमित्ज़ पर एनडीटीवी संवाददाता विष्णु सोम भी पहुंचे, एक्सक्लूसिव रिपोर्ट…
उधर, भारत-चीन के बीच जारी गतिरोध के बीच चीन ने तिब्बत में युद्ध का अभ्यास किया है. तिब्बत का यह इलाका अरुणाचल सीमा के नज़दीक है और हाल के दिनों में दूसरी बार तिबब्त में चीन ने सैन्य अभ्यास किया. वहीं डोकलाम में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. दोनों देश की सेना आमने-सामने है. डोकलाम में जारी तनाव के बीच पिछले कम से कम 30 दिन से 350 सैनिक मानव श्रृंखला बनाकर डटे हुए हैं. दोनों देशों की सेनाओं के बीच कुछ ही मीटर का फासला है. नाथुल दर्रे से 15 किमी की दूरी पर दोनों सेनाएं 500 मीटर पर जमी हुई हैं. 6 जून से भारत, भूटान और सिक्किम के तीन बिंदु स्थल (चिकननेक) पर तनाव बरकरार है. भारत मामले का हल निकालने के लिए सभी विकल्पों को आजमा रहा है.
सूत्रों ने NDTV ने बताया कि चीनी सैनिकों की मानव श्रृंखला के 1 किमी पीछे मानवरहित एरियल व्हीकल या ड्रोन, लगभग 3000 लो और हल्की मशीनरी दिखाई दी है. भारत ने भी चीन की उसी भाषा में जवाब देने के लिए हल्की मशीनरी सैनिकों की मानव श्रृंखला के पीछे तैनात कर दी है. समुद्र तल से लगभग 4500 मीटर ऊंचे इस दुर्गम स्थल पर हवा में ऑक्सीजन का लेवल बहुत कम है. मानव श्रृंखला में तैनात जवानों को हर दो घंटे में बदलकर उनके जगह नए जवान तैनात किए जा रहे हैं.