बीजिंग: चीन आए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ बातचीत के बाद वहां के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि भारत पाकिस्तान एक दूसरे के साथ संबंध सुधारने के लिए मिल सकते हैं. शी जिनपिंग ने रविवार को कहा कि पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद अपने तनावपूर्ण संबंधों को सुधारने के लिए भारत और पाकिस्तान एक-दूसरे से मिल सकते हैं. बीजिंग में रविवार को जब राष्ट्रपति जिनपिंग और प्रधानमंत्री इमरान खान बात कर रहे थे तो उनके एजेंडे में पुलवामा हमला और इससे जुड़े घटनाक्रम प्रमुखता से थे.
इस बैठक के बारे में बीजिंग से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने दक्षिण एशिया के हालात पर अपने विचार साझा किए. रिपोर्ट के मुताबिक दोनों नेताओं के बीच बातचीत में भारत-पाकिस्तान के संबंधों पर प्रमुखता से चर्चा हुई. जिनपिंग ने उम्मीद जतायी कि पाकिस्तान और भारत अपने तनाव संबंधों को सुधारने के लिए एक दूसरे से मिल सकते हैं. बता दें कि जिनपिंग और इमरान खान के बीच रविवार को हुई बैठक को महत्वपूर्ण इसलिए माना जा रहा है क्योंकि ये वार्ता 14 फरवरी को पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण संबंधों की पृष्ठभूमि में हुई है.
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद द्वारा पुलवामा में किये गये हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के संबंध बेहद तनावपूर्ण हो गए थे. पीएम बनने के बाद इमरान खान दूसरी बार 25 अप्रैल को चीन पहुंचे थे और उन्होंने 26 से 27 अप्रैल तक आयोजित चीन के दूसरे बेल्ट एंड रोड फोरम (बीआरएफ) में शिरकत की. वहीं भारत ने पीओके से होकर गुजरने वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) पर विरोध जताते हुए भारत ने दूसरी बार भी बैठक में हिस्सा नहीं लिया. रविवार की बैठक के दौरान जिनपिंग ने पाकिस्तान को अपना ‘आयरन फ्रेंड’ करार दिया.
जिनपिंग ने कहा, “पाकिस्तान चीन का सर्वकालिक रणनीतिक सहयोगी साझेदार है, चीन और पाकिस्तान ‘घनिष्ठ मित्र’ हैं और हमेशा एक-दूसरे के मूल हितों से संबंधित मुद्दों पर एक-दूसरे का मजबूती से समर्थन करते रहे हैं.” इधर इमरान खान ने भी चीन में उम्मीद जताई है कि भारत में आम चुनाव के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार आ सकता है. उन्होंने रविवार को बीजिंग में पाकिस्तान और चीन निवेश फोरम को संबोधित करते हुए उम्मीद जताई कि भारतीय आम चुनावों के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों में सुधार होगा. इमरान खान ने कहा कि अगर बातचीत के जरिए कश्मीर मुद्दे को सुलझाया गया तो, तो हालात सुधर सकते हैं.