अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तराखंड के आपदाग्रस्त चमोली जिले में सोमवार को बचाव और राहत अभियान में तेजी आने के साथ ही अब तक कल 15 लोगों के शव मिल चुके हैं जबकि 153 लोग अब भी लापता हैं।
ऋषिगंगा घाटी में हिमखंड टूटने से रविवार को अचानक आई भीषण बाढ़ से प्रभावित 13.2 मेगावाट ऋषिगंगा और 480 मेगावाट तपोवन विष्णुगाड पनबिजली परियोजनाओं में लापता हुए लोगों की तलाश के लिए सेना, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के जवान जुटे हुए हैं।
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने सोमवार को कहा कि चमोली में आई आपदा में अब तक कुल 153 लोगों के लापता होने की सूचना है जबकि 15 के शव बरामद हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि ऋषिगंगा परियोजना स्थल पर 32 लोगों के तथा तपोवन विष्णुगाड परियोजना स्थल पर 121 लोगों के लापता होने की सूचना मिली है।
उन्होंने बताया कि बचाव और राहत अभियान पुरजोर तरीके से जारी है जिसमें बुलडोजर, जेसीबी आदि भारी मशीनों के अलावा रस्सियों और खोजी कुत्तों का भी उपयोग किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि तपोवन क्षेत्र में स्थित बड़ी सुरंग में बचाव और राहत अभियान चलाने में मुश्किल आ रही है क्योंकि सुरंग सीधी न होकर घुमावदार है।