लखनऊ/चमोली : उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को बादल फटने से कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए. चमोली के सुनाली गांव में हुई इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया. इसमें पांच मकानों को नुकसान पहुंचा. साथ ही घर में सो रहे एक ही परिवार के चार लोग घायल हुए हैं. हादसे में चार मवेशी भी मलबे में जिंदा दफन हुए हैं. घायलों को ग्रामीणों की मदद से निकालकर अस्पताल भेजा गया है.
बताया गया कि रविवार तड़के सुनाली गांव के ऊपर पेरा तोक में बादल फटने से नाला उफान पर था. नाले में मलबा पत्थर आने से पांच मकानों को क्षति पहुंची है. घर में सो रहे ग्रामीण घायल हुए हैं. जिलाधिकारी स्वाती एस भदौरिया ने आपदा राहत टीम मौके लिए रवाना कर दी है.
वहीं चमोली में लगातार बारिश के कारण नंदप्रयाग के पास पहाड़ी दरकने से भूस्खलन हुआ है. इससे 50 मीटर हाईवे भारी मलबे और बोल्डर से दब गया है. इस कारण बद्रीनाथ, हेमकुण्ड साहिब की यात्रा बाधित हो गई. हाईवे के दोनों ओर यात्री फंसे हुए हैं और हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं. बारिश के चलते बार बार रास्ता बाधित होने से बद्रीनाथ धाम आने वाले यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यात्रियों को हाईवे खुलने के इंतजार में कई घंटे रुकना पड़ रहा है. नंदप्रयाग में मलबा हटाने में एनएच कंपनी लगी हुई है. लेकिन मलबा बार-बार हाईवे पर आ रहा है. वहीं चटान से पत्थर गिरने का खतरा भी बना हुआ है.
रुद्रप्रयाग जनपद के अगस्त्यमुनि विकास खण्ड़ के कालोगाड़ तोक में बनी जिला पंचायत की पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई है. एक दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों का पुलिया टूटने से सम्पर्क कट गया है. खासकर स्कूल के बच्चों को स्कूल जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बच्चे किसी तरह गदेरे को पार करके स्कूल पहुंच रहे हैं लेकिन ग्रामीणों को हमेशा डर बना हुआ है कि कहीं उनके बच्चे गदेरे में ना बह जाएं. आपको बता दें कि इस पुलिया से एक दर्जन से ज्यादा गांव का संपर्क कट गया है. जिलाधिकारी का कहना है ग्रामीणों की समस्या को ध्यान में रखते हुए आपदा मद से इस पुलिया को जल्द-जल्द बना दिया जाएगा.
वहीं हल्द्वानी में भी देर रात से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. इससे गौला, नंधौर और कोसी नदी का जलस्तर बढ़ गया है. बारिश से सभी नदी नाले उफान पर है. बारिश से सड़कों और लोगों के घरों में जलभराव हो गया है. हल्द्वानी में 35 MM बारिश रिकॉर्ड की गई है. बारिश के चलते रकसिया नाले से लोगों को खतरे की आशंका जताई गई है. पुलिस, प्रशासन, आपदा प्रबंधन एसडीआरएफ और जल पुलिस की टीम अलर्ट पर हैं. डीएम और एसएसपी भी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. जिला प्रशासन ने लोगों से नदी नालों के पास ना जाने की अपील की है. एसएसपी ने सभी थानों की पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.