श्रीनगर : घाटी के पुलवामा में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में ढेर हुए हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर समीर टाइगर का जनाजा मंगलवार दोपहर को निकला। घाटी में कभी पत्थरबाज रहा समीर टाइगर के जनाजे में कई आतंकियों ने शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कई राउंड भी फायर किये। आतंकी यहीं पर ही नहीं रूके बल्कि उन्होंने आजादी समर्थक और भारत विरोधी कई नारे लगाए गए। इस सब के मद्देनजर सुरक्षा बल सतर्क हो गए हैं।
आतंक के पोस्टर ब्वॉय समीर टाइगर को सेना के जांबाज अफसर मेजर रोहित शुक्ला की अगुवाई में हुए ऑपरेशन में ढेर कर दिया गया है। हिज्बुल के आतंकी समीर टाइगर ने सेना के अफसर मेजर रोहित शुक्ला को एक वीडियो के जरिये लडऩे का खुला चैलेंज दिया था और यही बड़बोलापन आतंकी की मौत की वजह बन गया। महज 24 घंटे के भीतर ही मेजर शुक्ला ने उसका द एंड कर दिया। समीर टाइगर का एक वीडियो कुछ दिन पहले वायरल हुआ था जिसमें वो घाटी के एक शख्स को किडनैप करने के बाद पीटता हुआ दिख रहा है। इसी दौरान समीर टाइगर ने भारतीय सेना के जांबाज अफसर को चैलेंज कर दिया और आतंकी ने मेजर को सामने आकर लडऩे की गीदड़ भभकी तक दे डाली थी।
हिज्बुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर समीर टाइगर काफी दिन से सुरक्षाबलों के निशाने पर था लेकिन इस आतंकी की एक बचकानी हरकत ने इसे मौत के और करीब ला दिया। वीडियो वायरल होने के बाद सेना और सुरक्षाबलों को खबर मिली कि समीर टाइगर पुलवामा के द्राबगाम गांव में छिपा है। सोमवार को सिक्योरिटी फोर्सेस ने कॉर्डन लगाया। जब मेजर शुक्ला को पता चला कि ये आतंकी उनके इलाके में छिपा है तो मेजर रोहित शुक्ला ने खुद जवानों को लीड किया और गनफाइट में आतंकवादियों का डटकर मुकाबला किया। इसी गोलीबारी में समीर टाइगर और उसका साथी मारा गया। हालांकि इस एनकाउंटर में मेजर शुक्ला भी घायल हो गए।
वायरल वीडियो में आतंकी जिस मेजर शुक्ला का नाम ले रहा था उनका पूरा नाम मेजर रोहित शुक्ला है। वह राजपूत रेजिमेंट के हैं और फिलहाल 44वीं राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात हैं। इसी साल सत्ताइस मार्च को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें शौर्य चक्र से सम्मानित किया था और इन्हीं मेजर शुक्ला ने समीर टाइगर का पिछला ऑपरेशन फेल किया था। उसके साथियों को पिछले साल पुलवामा में हुए एनकाउंटर मे मार गिराया था। बता दें कि मेजर रोहित शुक्ला ने जिस टीम को लीड किया उसने पुलवामा के द्राबगाम में करीब तीन घंटे तक एनकाउंटर किया इस गोलीबारी में समीर के साथ उसका साथी आकिब भी मारा गया।
मोस्ट वांटेड आतंकवादी समीर टाइगर के सिर पर दस लाख का इनाम था। सबसे बड़ी बात ये कि मारा गया आतंकी बुरहान वानी ग्रुप का मेंबर था। समीर टाइगर मई 2016 में हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था। बताया जाता है कि वो बुरहान वानी का राइट हैंड बन गया था। समीर टाइगर का मारा जाना सिक्योरिटी फोर्सेज के लिए बड़ी कामयाबी है। कश्मीर में अमेरिकन राइफल के साथ इसी आतंकवादी की तस्वीर सबसे पहले सामने आई थी। समीर टाइगर के मारे जाने के बाद कश्मीर में बुरहान ग्रुप के अब सिर्फ तीन आतंकवादी ही बचे हैं।