नई दिल्लीः कांग्रेस ने राज्यपाल से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर बीजेपी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार का बहुमत साबित कराने की मांग की है। कांग्रेस का दावा है कि स्वास्थ्य कारणों के चलते मुख्यमंत्री मनोहर र्पिरकर की अनुपस्थिति की वजह से राज्य सरकार अव्यवस्थित हुई है। यहां पत्रकारों को संबोधित करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी संसद के आगामी शीतकालीन सत्र और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सामने भी इस मुद्दे को उठाएगी। उन्होंने कहा कि हम शीतकालीन सत्र के दौरान बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व और राष्ट्रपति पर गोवा विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने लिए दबाव बनाएंगे।
कांग्रेस ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और राज्यपाल मृदुला सिन्हा के समक्ष 40 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत होने का दावा पेश किया है। बीजेपी पर आरोप लगाते हुए सुरजेवाला ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर र्पिरकर की गैरमौजूदगी में कैबिनेट सलाहकार समिति का गठन करना संविधान के साथ खुलेआम धोखा है। राज्य की बीजेपी सरकार को गोवा फॉरवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी, गोमांतक पार्टी और तीन निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल है जबकि कांग्रेस सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली पार्टी है। कांग्रेस कई बार मुख्यमंत्री मनोहर र्पिरकर की गैरमौजूगी में सरकार चलाने पर आपत्ति जता चुकी है।
पार्टी ने कहा कि राज्य के लोगों ने भले ही भाजपा को सरकार बनाने का जनादेश नहीं दिया था, लेकिन लोगों ने जनहित के कार्यों के वास्ते अपने प्रतिनिधि चुनकर विधानसभा में भेजे हैं। अब भाजपा के कारण वहां स्थिति बिगड़ गई है और जन कल्याण के कोई कार्य नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने यह स्थिति जानबूझकर पैदा की है। उन्होंने सवाल किया कि जब स्वास्थ्य के आधार पर भाजपा अपने दो मंत्रियों को हटा सकती है तो मुख्यमंत्री को इसी आधार पर क्यों नहीं बदला जा रहा है।